Aarogya Setu app: केद्र ने कर्मियों से कहा- ‘आरोग्य सेतु’ तत्काल डाउनलोड करें, खतरा न होने पर ही काम पर जाएं, रोज चेक करें कंडीशन
By भाषा | Published: April 29, 2020 05:41 PM2020-04-29T17:41:35+5:302020-04-29T17:41:35+5:30
भारत में कोरोनावायरस लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 1,007 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 31,332 हो गई है।
नई दिल्लीः कार्मिक मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी एक आदेश में सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को 'आरोग्य सेतु' मोबाइल एप्लिकेशन तत्काल डाउनलोड करने और इससे, ‘सुरक्षित’ हालात का संकेत मिलने पर ही काम पर जाने के लिए कहा गया है।
आदेश में कहा गया, ‘'आरोग्य सेतु' एप पर अपने आसपास की स्थिति की समीक्षा करने और एप में 'सुरक्षित' या 'कम जोखिम' के संकेत मिलने पर ही कार्यालय जाएं।’’ अधिकारियों और कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि यदि एप्लिकेशन में ‘ब्लूटूथ प्रॉक्सिमिटी’’ के आधार पर, हाल ही में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने को लेकर ‘मध्यम’ या ‘उच्च जोखिम’ का संदेश मिलता है तो वे कार्यालय ना जाएं तथा 'सुरक्षित' या 'कम जोखिम' की स्थिति का संकेत मिलते तक स्वयं को 14 दिनों के लिए पृथकवास में रखें।
सभी विभागों को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्र सरकार के तहत काम करने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों (आउटसोर्स कर्मचारियों सहित) को तत्काल अपने मोबाइल फोन पर 'आरोग्य सेतु' एप्लिकेशन डाउनलोड करना चाहिए। सरकार द्वारा विकसित आरोग्य सेतु एप्लिकेशन लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के जोखिम का आकलन करने में मदद करता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी - सभी विभागों में संयुक्त सचिव (प्रशासन) - निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करेगा आदेश में कहा गया है ‘‘मंत्रालय अथवा विभाग सभी संबंधित स्वायत्त, वैधानिक निकायों, पीएसयू आदि को समान निर्देश जारी कर सकते हैं।’’ उप सचिव और उससे ऊपर के स्तर के अधिकारी पहले ही सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए अपने अपने कार्यालय जा रहे हैं। केंद्र सरकार के सभी विभागों के कार्यालयों को उप सचिव स्तर से नीचे केवल एक तिहाई कर्मचारियों को क्रमबद्ध व्यवस्था के अनुसार बुलाने के लिए कहा गया है।
कोरोना से अधिक प्रभावित जिलों में संक्रमण पर काबू के लिए उचित उपाय नहीं किए जा रहे: केंद्रीय टीम
विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस के अधिक मामलों वाले जिलों में तैयारियों का जायजा लेने वाली केंद्रीय टीमों के अनुसार विभिन्न अस्पतालों में संक्रमण पर काबू के उपायों को उचित तरीके से लागू नहीं किया जा रहा है जिससे स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गयी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। इन केंद्रीय टीमों को ऐेसे जिलों में तैयारियों की जांच करने का जिम्मा सौंपा गया था जहां कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के स्वास्थ्य विभागों की सहायता और समीक्षा के लिए छह उच्च-स्तरीय टीमों का गठन किया था।
इन टीमों में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एससीडीसी), एम्स और आईसीएमआर के विशेषज्ञ शामिल हैं। इन टीमों ने गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु का दौरा किया। इन टीमों ने अप्रैल के दूसरे और तीसरे सप्ताह में विभिन्न राज्यों का दौरा किया। सूत्रों ने बताया कि टीमों ने देखा कि नमूने लिए जाने के दौरान और संक्रमित व्यक्ति के इलाज में संक्रमण रोकथाम उपायों को ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है। इससे स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने और कोरोना वायरस के मामलों में और वृद्धि होने की आशंका बढ़ जाती है।
उन्होंने सिफारिश की है कि संक्रमण नियंत्रण दिशानिर्देशों का अस्पतालों में सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। देश भर में डॉक्टरों और नर्सों सहित अनेक स्वास्थ्य कर्मी कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। संक्रमित स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा कोई केंद्रीकृत आंकड़ा नहीं रखा गया है।