महाकाल भक्तों के लिए बन रहा है देश का सबसे बड़ा अन्नक्षेत्र, रोज एक लाख लोग कर सकेंगे भोजन
By बृजेश परमार | Published: March 24, 2023 08:51 PM2023-03-24T20:51:46+5:302023-03-24T20:53:10+5:30
श्री महाकालेश्वर मंदिर की एक लाख श्रद्धालुओं के प्रसाद ग्रहण करने की क्षमता वाला अन्नक्षेत्र होगा। मंदिर के इस आधुनिक अन्नक्षेत्र में प्रति दिन एक लाख श्रद्धालु प्रसादी (भोजन) ग्रहण कर सकेंगे। आधुनिक अन्नक्षेत्र के लिए अमेरिका से भी दानदाताओं ने दान दिया है।

महाकाल लोक बनने से आय में बूम आया
उज्जैन: भगवान महाकाल के दर्शनों के लिए देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसादी ग्रहण करने के लिए देश के सबसे बडे अन्नक्षेत्र का निर्माण भक्तों के सहयोग से मंदिर समिति कर रही है। अन्नक्षेत्र में एक समय में दो हजार से अधिक लोग बैठकर भोजन कर सकेंगे। 35 हजार वर्ग फीट भूमि पर इसके भवन का निर्माण अंतिम चरण में है। अन्नक्षेत्र में 4 करोड़ से अधिक लागत की ऐसी रसोई बनाई जा रही है, जिसमें 500 लीटर के प्रेशर कुकर होंगे और मशीनों से फटाफट रोटियां बनेंगी।
वर्तमान में देश में अमृतसर स्वर्ण मंदिर के प्रसादालय में प्रतिदिन करीब 80 हजार श्रद्धालु प्रसादी ग्रहण करते हैं। इसके बाद बड़ी रसोई में महाराष्ट्र का शिर्डी सांई मंदिर में है जहां करीब 60 हजार श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं। आगामी समय में श्री महाकालेश्वर मंदिर की एक लाख श्रद्धालुओं के प्रसाद ग्रहण करने की क्षमता वाला अन्नक्षेत्र होगा। मंदिर के इस आधुनिक अन्नक्षेत्र में प्रति दिन एक लाख श्रद्धालु प्रसादी (भोजन) ग्रहण कर सकेंगे। आधुनिक अन्नक्षेत्र के लिए अमेरिका से भी दानदाताओं ने दान दिया है। महाकाल लोक के वर्तमान प्रवेश द्वार त्रिवेणी संग्रहालय के ठीक सामने पार्किंग के पास दो मंजिला भवन निर्माण 9 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इसमें अमेरिका एवं दिल्ली के दानदाताओं के सहयोग से 4 करोड़ रुपयों से अत्याधुनिक यंत्रों से सुसज्जित रसोई बनाई जाएगी। इसमें रोटी, दाल और सब्जियां बनाने के लिए आधुनिक मशीनें रहेंगी ताकि करीब एक लाख श्रद्धालु प्रति दिन अन्नक्षेत्र में प्रसादी ग्रहण कर सकें। वर्तमान में भवन का निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है। आगामी चार पांच माह में अन्नक्षेत्र शुरू होने की संभावना है।
कलेक्टर ने सीएम को दी जानकारी
गुढीपड़वा पर महाकाल मंदिर के द्वितीय प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य की समीक्षा करने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जानकारी देते हुए बताया कि अन्नक्षेत्र में एक समय में दो हजार से अधिक लोग बैठकर भोजन कर सकेंगे। एक दिन में 90 हजार से एक लाख लोगों को भोजन कराया जा सकेगा। अन्नक्षेत्र में विशाल एवं आधुनिक रसोई का निर्माण किया जारहा है तथा रसोई में सेवा करने के इच्छुक लोगों के लिये पृथक से व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि शिखर दर्शन, आपातकालीन द्वार, कोटि तीर्थ का जीर्णोद्धार एवं फसाड का कार्य गति के साथ पूरा किया जा रहा है। द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा परिसर का उन्नयन तथा हैरिटेज धर्मशाला के पुनरुपयोग का कार्य, महाराजवाड़ा बेसमेंट पार्किंग निर्माण, नीलकंठ वन मार्ग का विकास, नीलकंठ वन का विकास का कार्य भी जारी है। उक्त सभी निर्माण कार्य जून माह तक पूर्ण हो जायेंगे। इसी के साथ शिखर दर्शन, आपातकालीन प्रवेश तथा निर्गम मार्ग, लेजर एवं वाटर स्क्रीन शो, श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर का फसाड, आन्तरिक परिसर का विकास, नन्दी हॉल का सौंदर्यीकरण, महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में महाराजवाड़ा परिसर का सम्मिलन का कार्य, दान द्वारा धर्मशाला एवं अन्नक्षेत्र का निर्माण कार्य भी द्वितीय चरण में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण के कुछ कार्य जुलाई माह तक पूर्ण होंगे।
महाकाल लोक बनने से आय में बूम आया
कलेक्टर ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के आय-व्यय की जानकारी भी बैठक में दी तथा बताया कि वर्ष 2020-21 में मन्दिर में कुल 22 करोड़ रुपये की आय हुई थी, जबकि वर्ष 2021-22 में 46.51 करोड़ रुपये की आय हुई है। वर्तमान में जब से महाकाल लोक का लोकार्पण हुआ है, तब से लेकर अब तक प्रतिमाह 7.74 करोड़ की आय हो रही है। उन्होंने बताया कि महाकाल लोक स्थित दुकानों से भी 65 करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि महाकाल लोक में आने वाले श्रद्धालुओं व सिंहस्थ-2028 के मद्देनजर ट्रैफिक प्लान पर भी काम हो रहा है। कलेक्टर ने बताया कि 16 हेक्टेयर जमीन पर भक्त निवास निर्माण की भी योजना है, जहां पर 2250 कमरे, दो हजार कार व सौ बसों की पार्किंग हो सकेगी।