Coronavirus Update: देश में कोरोना के मामले 78 लाख के पार, अब तक 70 लाख से ज्यादा मरीज़ हुए ठीक
By स्वाति सिंह | Published: October 24, 2020 10:03 AM2020-10-24T10:03:55+5:302020-10-24T10:03:55+5:30
पिछले 24 घंटों में 67,549 मरीज़ ठीक हुए हैं। रोजाना आने वाले नए केस की तुलना में यह आंकड़ा काफी अधिक है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर में और सुधार हुआ है और यह अब 89.53 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गयी है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की कुल संख्या 78 लाख के पार हो गई है। हालांकि, हाल के दिनों में नए मामलों में कमी के साथ वायरस से ठीक होने लोगों की संख्या बढ़ी है। इससे एक्टिव मामलों की संख्या में कमी आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना के अब तक कुल 78,14,682 मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे यानी एक दिन में 53,370 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, इस दौरान 650 लोगों की वायरस की वजह से मौत हुई है।
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 67,549 मरीज़ ठीक हुए हैं। रोजाना आने वाले नए केस की तुलना में यह आंकड़ा काफी अधिक है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर में और सुधार हुआ है और यह अब 89.53 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गयी है। मंत्रालय ने कहा कि देश में चिकित्सा अवसंरचना में विस्तार, केंद्र द्वारा इलाज के लिए जारी मानक उपचार नियमावली का राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा अनुपालन, डॉक्टरों और बीमारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिबद्धता से कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर बढ़ी है और मृत्युदर में गिरावट आई है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 मरीजों की मृत्युदर गिरकर आज 1.51 प्रतिशत पर आ गई है।
भारत बायोटेक कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के उसके टीके ‘कोवैक्सीन’ के पहले और दूसरे चरण के परीक्षणों का अंतरिम विश्लेषण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है और अब 26 हजार स्वयंसेवियों पर तीसरे चरण के परीक्षण की शुरुआत की जा रही है। टीका निर्माता ने एक बयान में कहा, ‘‘टीके ‘कोवैक्सीन’ के पहले और दूसरे चरण के चिकित्सकीय परीक्षणों का अंतरिम विश्लेषण सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद भारत बायोटेक को समूचे भारत में 25 से अधिक केंद्रों में 26,000 स्वयंसेवियों पर तीसरे चरण का परीक्षण करने की औषधि महानियंत्रक से स्वीकृति मिल गई है।’’
भारत बायोटेक ‘कोवैक्सीन’ का विकास भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय विषाणु संस्थान के साथ मिलकर कर रही है। सूत्रों ने बताया कि हैदराबाद आधारित टीका निर्माता कंपनी ने गत दो अक्टूबर को भारत के औषधि महानियंत्रक से टीके के तीसरे चरण के परीक्षण की शुरुआत की अनुमति मांगी थी। औषधि महानियंत्रक ने जुलाई में भारत बायोटेक को टीके के पहले और दूसरे चरण के चिकित्सकीय परीक्षण शुरू करने की अनुमति दी थी।