Coronavirus: लॉकडाउन-1 के दौरान अमित शाह के नेतृत्व में इन 6 मंत्रियों ने निभाई खास भूमिका, जानें इनके अहम योगदान
By संतोष ठाकुर | Published: April 17, 2020 07:42 AM2020-04-17T07:42:24+5:302020-04-17T07:42:24+5:30
लॉकडाउन-1 के पहले 21 दिन में प्रारंभिक समस्याओं के बाद बड़े स्तर पर लोगों को जरूरी सुविधाएं मिलने लगीं. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में सरकार के छह मंत्री लगातार दिन-रात काम में जुटे रहे.
नई दिल्ली। लॉकडाउन-1 के पहले 21 दिन में प्रारंभिक समस्याओं के बाद बड़े स्तर पर लोगों को जरूरी सुविधाएं मिलने लगीं. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में सरकार के छह मंत्री लगातार दिन-रात काम में जुटे रहे. जिन मंत्रियों ने यह भूमिका निभाई उसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सूचना प्रौद्योगिकी एवं दूरसंचाार-कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी शामिल थे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हालांकि संयोजन, निर्देशन से लेकर परामर्श देने का कार्य केंद्रीय गृह मंत्री कर रहे थे लेकिन अपने मंत्रालयों के माध्यम से इन मंत्रियों ने सरकार की योजनाओंं को जमीन पर उतारने में अहम भूमिका निभाई है.
इनमें सबसे प्रमुख कार्य वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पास था. उन्होंंने प्रधानमंत्री की ओर से घोषित गरीब कल्याण कोष का पैसा देश के 80 करोड़ लोगोंं तक पहुंचाने के लिए लगातार बैठक की और इस कार्य को सही से अंजाम भी दिया. एटीएम मशीनों में पहले से दोगुना पैसा उपलब्ध कराकर बैंकों में भीड़ रोकने में भी उन्होंने भूमिका निभाई. इसी तरह से कानून—दूरसंचार—सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कोरोना की जानकारी देने वाले आरोग्य सेतु एप्प को समयबद्ध तरीके से लांच करने का कार्य किया. इसके अलावा पीपीई और अन्य जरूरी सामान को डाक विभाग से पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड व अन्य अधिकारियों को प्रेरित करते हुए रेलवे कोचों को आइसोलेशन वार्ड में बदलवाने, रेलवे वर्कशॉप में पीपीई किट बनवाने, सैनिटाइजेशन टनल बनवाने के साथ ही सैनिटाइजर और वेंटिलेटर भी रेलवे वर्कशॉप में बनवाने का कार्य किया.
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस संकट की घड़ी में 98 लाख एलपीजी सिलेंडर को घर—घर पहुंचाने में भी अहम रोल निभाया. उन्होंने डिलीवरी मेन को प्रेरित करने के लिए 5 लाख रुपए की एक्स—ग्रेसिया बीमा योजना शुरू की. कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने मंत्रालय के माध्यम से देश में मास्क और पीपीई किट को लेकर त्वरित कदम उठाए. एन—95 मास्क भी बड़ी संख्या में स्वास्थकर्मियों के लिए उपलब्ध कराए गए. सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मीडिया के माध्यम से लोगों तक सूचना पहुंचाने का जिम्मा संभाला. पीआईबी ने पहली बार पत्रकारोंं—संचार माध्यमों के प्रतिनिधियोंं के लिए आनॅलाइन जानकारी मांगने का तंत्र विकिसत किया.