कोरोना वायरसः डॉक्टरों को पीपीई पहनने को लेकर सख्त निर्देश, आदेश की अवहेलना पर चिकित्सा अधीक्षकों पर होगी कार्रवाई
By एसके गुप्ता | Published: March 31, 2020 05:55 AM2020-03-31T05:55:16+5:302020-03-31T05:55:16+5:30
पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में इसकी कमी नहीं है. विदेश मंत्रालय के सहयोग से जरूरत पड़ने पर बाहर से इन्हें आयात किया जा रहा है.
नई दिल्ली: राममनोहर लोहिया अस्पताल में 6 चिकित्सक और 4 नर्सों में कोरोना संभावित लक्षणों को देखते हुए क्वारंटाइन में भेजा गया है . जिन्होंने उपचार के समय पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट (पीपीइ) नहीं पहना था . केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमितों की देखभाल के समय चिकित्सक पीपीई जरूर पहनें. अगर अस्पताल प्रशासन इसमें नाकाम रहता है तो चिकित्सा अधीक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में इसकी कमी नहीं है. विदेश मंत्रालय के सहयोग से जरूरत पड़ने पर बाहर से इन्हें आयात किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय और वस्त्र मंत्रालय ने मिलकर मेक इन इंडिया योजना के तहत देश में पीपीई किट्स बनाने की शुरुआत कर दी है.
देश में रोजाना करीब सात हजार किट्स का निर्माण हो रहा है. अगले सप्ताह से यह निर्माण प्रतिदिन 15 हजार हो जाने की संभावना है. करीब एक दर्जन घरेलू कंपनियां देश में पीपीई किट्स बना रही है.
उधर, दिल्ली के लोक नारायण जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि चिकित्सक 14 दिनों तक अपने घर नहीं जाएंगे. जो चिकित्सक अगले 14 दिन तक अवकाश पर होंगे वह अगले 14 दिन काम पर रहेंगे. दिल्ली सरकार की ओर से चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना पॉजिटिव मामलों की देखभाल में चिकित्सक एहतियात बरतते हुए पीपीई किट्स जरूर पहनें. अगर लापरवाही का मामला सामने आएगा तो कार्यवाही अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक के खिलाफ की जाएगी.
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