Coronavirus: मॉस्क, वेंटिलेटर, प्रोटेक्शन इक्विपमेंट की कमी के लिये स्मृति ईरानी और पीयूष गोयल ज़िम्मेदार
By शीलेष शर्मा | Published: March 25, 2020 07:36 AM2020-03-25T07:36:31+5:302020-03-25T07:53:13+5:30
यह सवाल उठ रहा है कि कोरोना की विभीषका को जानते हुये भी समय रहते सरकार ने ये इंतज़ाम आखिर क्यों नहीं किये? क्या सरकार का वस्त्र मंत्रालय जिम्मेदार है या वेंटिलेटर, मॉस्क की कमी के लिये वाणिज्य मंत्रालय? दोनों ने कहां चूक की।
कोरोना से ग्रसित लोगों को बचाने में जुटे डॉक्टर ज़रूरी साज़ोसामान की कमी के कारण अपनी जान जोख़िम में डाल कर पूरी सेवा भाव से अपनी ड्यूटी बजा रहे हैं लेकिन सरकार पूरी तरह आंखें बंद किये हुए है, इसका खुलसा उस समय हुआ जब चंडीगढ़ की डॉक्टर कामना कक्कड़ ने ट्वीट किया यह कहते हुए कि यह सामान जब उपलब्ध हो जाय तब शमशान घाट या उसकी कब्र पर पहुंचा दिया जाये।
डॉक्टर कक्कड़ ही नहीं लखनऊ के सरकारी अस्पताल की एक नर्स ने रोते हुये शिकायत की कि न सर्जिकल मॉस्क हैं, न वेंटीलेटर और न ही पर्सनल प्रोटेक्शन सामग्री, हम ज़िंदगी दांव पर लगा कर मरीज़ों का इलाज़ कर रहे हैं।
अब यह सवाल उठ रहा है कि कोरोना की विभीषका को जानते हुये भी समय रहते सरकार ने ये इंतज़ाम आखिर क्यों नहीं किये? क्या सरकार का वस्त्र मंत्रालय जिम्मेदार है या वेंटिलेटर, मॉस्क की कमी के लिये वाणिज्य मंत्रालय? दोनों ने कहां चूक की।
वस्त्र मंत्रालय जो स्मृति ईरानी का है ने 3 मार्च 2020 तक मानदंड ही निर्धारित नहीं किये, वहीं पीयूष गोयल जो वाणिज्य मंत्रालय के मंत्री हैं 19 मार्च 2020 तक मॉस्क व अन्य सामग्री 10 गुना कीमत पर व्यापारियों से दूसरे देशों को निर्यात कराते रहे।
सच यह है कि बुहान (चीन ) में कोरोना के कहर के बाद से ही लगातार राहुल गांधी चिल्लाते रहे, सरकार को आगाह करते रहे परन्तु मोदी सरकार ने राहुल की चेतावनी को हवा में उड़ा दिया। आज राहुल ने ट्वीट कर अपना दर्द साझा किया काश मेरी बात पर समय रहते ध्यान दिया होता तो आज यह हालात न होते। इसे टाला जा सकता था।
मॉस्क, वेंटिलेटर, हैज़मेंट सूट्स की कमी के लिये कांग्रेस ने स्मृति ईरानी और पीयूष गोयल को बर्ख़ास्त करने की मांग प्रधानमंत्री मोदी से की है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इन कमियों के लिये सीधे-सीधे दोनों मंत्रियों को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उनको हटाने की पार्टी की मांग का समर्थन किया।