कोरोना का कहर, सीताराम येचुरी के बड़े बेटे का निधन, पीएम मोदी ने जताया दुख, कांग्रेस नेता अशोक कुमार वालिया भी नहीं रहे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 22, 2021 10:24 AM2021-04-22T10:24:09+5:302021-04-22T10:28:06+5:30
सीताराम येचुरी ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर अपने बड़े बेटे के निधन की जानकारी दी। आशीष गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। पीएम मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बड़े बेटे आशीष का निधन हो गया है। वे कोरोना से संक्रमित थे। येचुरी ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने येचुरी के बेटे के निधन पर शोक जताया है।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'सीतराम येचुरी के पुत्र आशीष के दुखद और असामयिक निधन पर उन्हें और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।'
येचुरी के पुत्र आशीष नौ जून को 35 साल के होने वाले थे। वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में संक्रमण से उबर रहे थे। उनके परिवार से जुड़े करीबी लोगों ने बताया कि दो सप्ताह तक बीमारी से लड़ने के बाद गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे आशीष येचुरी ने आखिरी सांस ली।
येचुरी ने ट्विटर पर लिखा, 'भारी दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि कोविड-19 से आज सुबह मैंने अपने बड़े बेटे आशीष येचुरी को खो दिया। मैं उन सभी का, डॉक्टरों, नर्सों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों, सफाईकर्मियों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने हमें हिम्मत दी और उनका उपचार किया तथा संकट के समय में हमारे साथ खड़े रहे।'
It is with great sadness that I have to inform that I lost my elder son, Ashish Yechury to COVID-19 this morning. I want to thank all those who gave us hope and who treated him - doctors, nurses, frontline health workers, sanitation workers and innumerable others who stood by us.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) April 22, 2021
कांग्रेस नेता अशोक कुमार वालिया का निधन
दूसरी ओर कांग्रेस नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री अशोक कुमार वालिया का भी बुधवार देर रात निधन हो गया। वालिया कोरोना वायरस से संक्रमित थे। वह 72 साल के थे। वे अपोलो अस्पताल में भर्ती थे।
गौरतलब है कि वालिया ने दिल्ली में शीला दीक्षित की अगुवाई वाली सरकार में बतौर मंत्री कई अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी। डॉक्टर अशोक कुमार वालिया का जन्म दिल्ली में आठ दिसंबर 1948 को हुआ था।
उन्होंने 1972 में इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और पेशे से फिजिशियन थे। वह दिल्ली की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी विधानसभा के सदस्य रहे।
वह अपने चौथे कार्यकाल में लक्ष्मी नगर से विधायक रहे। वहीं पहले से लेकर तीसरे कार्यकाल तक वह गीता कॉलोनी से विधायक रहे।