Coronavirus से बचाव: सरकार ने महामारी से निबटने के लिए सुझाए उपाय, मथुरा रिफाइनरी में भी लागू
By भाषा | Published: March 28, 2020 01:37 PM2020-03-28T13:37:48+5:302020-03-28T13:37:48+5:30
21 दिन के लॉकडाउन में भी पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति के लिए काम कर रहे रिफाइनरी कर्मचारियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कार्यालय एवं के संयंत्र की बायोमैट्रिक उपस्थिति पंजीयन प्रणाली पहले से ही बंद कर दी गई है।
देश की जरूरत के लिए प्रति वर्ष 80 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल का शोधन करने वाली मथुरा रिफाइनरी भी इन दिनों वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए सरकार द्वारा सुझाए गए हरसंभव उपाय अपना रही है।
तेलशोधक कारखाने की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ रेणु पाठक ने शनिवार को बताया, ‘‘विश्व भर में फैले कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए मथुरा रिफाइनरी अपने कर्मचारियों और आम जनता के स्वास्थ्य के लिए दृढ़ संकल्पित है। इस वैश्विक महामारी से बचाव के लिए रिफाइनरी द्वारा अनेक प्रयास किए जा रहे हैं।"
उन्होंने बताया, ‘‘21 दिन के लॉकडाउन में भी पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति के लिए काम कर रहे रिफाइनरी कर्मचारियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कार्यालय एवं के संयंत्र की बायोमैट्रिक उपस्थिति पंजीयन प्रणाली पहले से ही बंद कर दी गई है। कार्यालय में कर्मचारियों एवं संविदा कर्मियों की संख्या में भी कमी कर दी गई है। सभी कर्मचारी रोटेशन के आधार पर एक दिन छोड़ कर ऑफिस में काम कर रहे हैं। अधिकारी ‘वर्क फ्रॉम होम’ का पालन कर रहे हैं।’’
अधिकारी ने बताया, "रिफाइनरी में बाहर से आगंतुकों के आने पर रोक लगा दी गई है। जरूरी सहायता प्रदान करने वाले व्यक्तियों को छोड़कर किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध है। हर व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। लॉकडाउन की स्थिति में सभी शहर निवासियों को घर पर ही रहने की हिदायत दी जा रही है। दवा एवं किराने की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद करा दी गई हैं।’’
उन्होंने बताया कि मथुरा रिफाइनरी द्वारा किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए तीन जगहों पर पृथक वार्ड बनाए गए हैं बनाए हैं जिनमें सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं। कार्यकारी निदेशक अरविंद कुमार हालात पर निजी तौर पर नजर रख रहे हैं।