Coronavirus: मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने स्वास्थ्य आयुक्त प्रतीक हजेला को हटाया, असम NRC के दौरान रहे थे चर्चा में
By विनीत कुमार | Published: April 2, 2020 08:47 AM2020-04-02T08:47:31+5:302020-04-02T08:47:31+5:30
हजेला का ट्रांसफर पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मध्य प्रदेश किया गया था। असम में एनआरसी के संयोजक रहे हैं। उस दौरान वह बीजेपी और वहां की सरकार के निशाने पर भी रहे।
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के लगातार खतरे के बीच हाल में सत्ता में वापस लौटी शिवराज सिंह चौहान सरकार ने बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया है। मध्य प्रदेश सरकार ने बुधवार को स्वास्थ्य आयुक्त प्रतीक हजेला को उनके पद से हटा दिया। सरकार ने कोविड-19 के बढ़े हुए खतरे के बीच 'ड्यूटी में लापरवाही' का कारण देते हुए उन्हें पद से हटाया है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को कोविड-19 से निपटने के लिए हुई रिव्यू मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें हटाने का आदेश जारी किया। हजेला की जगह अब वरिष्ठ अधिकारी फैज अहमद किदवई को आयुक्त स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हजेला हो हटाए जाने को लेकर जब पत्रकारों ने शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'राज्य में सभी अधिकारी व कर्मचारी अच्छा काम कर रहे हैं, मेडिकल स्टाफ, नर्स, पुलिस के जवान, अफसर, राजस्व का अमला, नगर निगम के कर्मचारी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, चाहे कोई भी हो।'
बता दें कि हजेला का ट्रांसफर पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मध्य प्रदेश किया गया था। वह असम में एनआरसी के संयोजक रहे हैं। उस दौरान वह बीजेपी और वहां की सरकार के निशाने पर भी रहे। वे असम-मेघालय कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह पिछले साल असम और केंद्र की एनआरसी के मसौदे में शामिल नामों के फिर से सत्यापन के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिकाओं का समर्थन नहीं करने के लिए निशाने पर रहे थे।