केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल से आ रहे देश के 50 फीसदी कोरोना रोगी, मेट्रो, मॉल, होटल और बाजार जिम्मेदार
By एसके गुप्ता | Published: October 29, 2020 08:41 PM2020-10-29T20:41:39+5:302020-10-29T20:41:39+5:30
राज्यों से 50 फीसदी कोरोना रोगी सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को दिल्ली, पश्चिम बंगाल और केरल राज्य के साथ वर्चुअल मीटिंग की।
नई दिल्लीः टेस्टिंग बढ़ने के साथ बेशक देश में कोरोना रोगियों के ग्राफ में गिरावट नजर आ रही है। लेकिन केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल ने केंद्र की नींद उड़ा दी है।
इन राज्यों में पिछले चार सप्ताह का ट्रेंड चौंकाने वाला है। इन्हीं राज्यों से 50 फीसदी कोरोना रोगी सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को दिल्ली, पश्चिम बंगाल और केरल राज्य के साथ वर्चुअल मीटिंग की।
इसमें नीति आयोग के सदस्य और कोरोना टास्क फोर्स के चेयरमैन डा.वीके पॉल भी मौजूद थे। इन राज्यों को हिदायत दी गई है कि वह टेस्टिंग, ट्रेकिंग और ट्रीटमेंट पर ध्यान देने के साथ-साथ जन जागरूकता फैलाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों में बताया गया है कि देश में कोरोना के सबसे ज्यादा सक्रिय मामले महाराष्ट्र 130286 में हैं।
लेकिन केरल रोजाना नए रिकॉर्ड बना रहा है। केरल में बुधवार को सबसे ज्यादा 8790 कोरोना के सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके बाद सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 6738 और उसके बाद 5673 मामले दिल्ली में सामने आए हैं। दिल्ली सरकार तो इसे कोरोना पीक की तीसरी लहर मानकर चल रही है। एक दिन में इतने केस आने के बाद दिल्ली में हड़कंप मचा हुआ है। मेट्रो, मॉल, होटल और बाजारों के खुलने को इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
दिल्ली में कोरोना के 29378 सक्रिय कोरोना रोगी हैं। जहां मृत्यु दर 1.76 फीसदी है और कोरोना पॉजिटिविटी दर 7.9 फीसदी पहुंच गई है। पिछले चार सप्ताह में यहां कोरोना के रोगियों में सबसे ज्यादा 46 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। पश्चिम बंगाल में कोरोना के 37111 मामले हैं।
यहां कोरोना से मृत्यु दर 1.84 फीसदी है। यहां का पॉजिटिविटी रेट 8.3 फीसदी और दैनिक आधार पर यहां कोरोना में 23 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले चौबीस घंटे में यहां 3924 मामले दर्ज किए गए हैं। केरल में कोरोना के 93369 सक्रिय मामले हैं। यहां पॉजिटिविटी रेट 11 फीसदी है। सरकार केरल की स्थिति को लेकर काफी चिंतित है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लोकमत से कहा कि केरल, पश्चिमी बंगाल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए केंद्र से टीमें भी भेजी गई हैं। यह टीमें वहां की ग्राउंड रपट देंगी और स्थिति नियंत्रण के लिए आगे कार्रवाई की जाएगी।