Coronavirus: मजदूर संघ श्रम कानूनों को नरम करने के खिलाफ आज करेगा देशभर में प्रदर्शन
By भाषा | Published: May 20, 2020 05:46 AM2020-05-20T05:46:54+5:302020-05-20T05:46:54+5:30
कुछ अन्य राज्यों में श्रम कानूनों पर पूर्ण रोक और काम के घंटे आठ से बढ़ाकर 12 किये जाने की आलोचना करते हुए बीएमएस महासचिव वृजेश उपाध्याय ने हाल ही में कहा था ,‘‘ इतिहास में ऐसा कभी नहीं सुना गया और ज्यादातर लोकतांत्रिक देशों में ऐसा नहीं है।’’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) भाजपा शासित उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों में श्रम कानूनों को शिथिल बनाये जाने के विरोध में बुधवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेगा।
बीएमएस ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वह श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रदर्शन करेगा।
पिछले सप्ताह मजदूर संघों ने उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और गुजरात में श्रमकानूनों की ‘पूर्ण वापसी’ की निंदा की थी।
बीएमएस ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों की मुश्किलें ज्यादातर राज्यों द्वारा कानूनों के घोर उल्लंघन के कारण ही बढ़ीं।
कुछ अन्य राज्यों में श्रम कानूनों पर पूर्ण रोक और काम के घंटे आठ से बढ़ाकर 12 किये जाने की आलोचना करते हुए बीएमएस महासचिव वृजेश उपाध्याय ने हाल ही में कहा था ,‘‘ इतिहास में ऐसा कभी नहीं सुना गया और ज्यादातर लोकतांत्रिक देशों में ऐसा नहीं है।’’
बीएमएस राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा और ओडिशा में काम के घंटे बढ़ाये जाने का भी विरोध कर रहा है।