महाराष्ट्र में सबसे अधिक कोरोना जांच, यूपी फिसड्डी, राज्यों में कम हो रहे आरटी-पीसीआर टेस्ट

By हरीश गुप्ता | Published: April 29, 2021 08:03 AM2021-04-29T08:03:56+5:302021-04-29T08:09:04+5:30

कोरोना से जंग में अहम कारगर ज्यादा से ज्यादा संख्या में टेस्टिंग भी है। हालांकि कई राज्यों में पर्याप्त संख्या में जांच नहीं हो रही है। आरटी-पीसीआर टेस्ट की संख्या भी करीब आधी है।

Coronavirus Maharashtra done highest corona tests, UP and Delhi had bad records | महाराष्ट्र में सबसे अधिक कोरोना जांच, यूपी फिसड्डी, राज्यों में कम हो रहे आरटी-पीसीआर टेस्ट

भारत में कोरोना जांच को लेकर और गंभीर होने की जरूरत (फाइल फोटो)

Highlightsमहाराष्ट्र में 27 अप्रैल को 2.8 लाख जांच हुई, सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में यह संख्या मात्र 1.8 लाख रहीदिल्ली में भी आ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए कम हो रहे हैं टोस्टविशेषज्ञों के अनुसार मौजूदा हालात भारत में कम से कम 50 लाख टेस्ट हर रोज आरटी-पीसीआर के जरिए होने चाहिए

कोविड 19 महामारी से निपटने के संबंध में आ रही खबरों और रिपोर्ट के विपरीत महाराष्ट्र में रिकॉर्ड संख्या में कोरोना जांच हुई है। महाराष्ट्र ने इस मामले में देश के सर्वाधिक जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश को भी पीछे छोड़ दिया है।

एक अप्रैल की स्थिति के मुताबिक, महाराष्ट्र में 1.8 लाख कोरोना टेस्ट हुए थे जबकि यूपी में यह संख्या 1.2 लाख थी। महाराष्ट्र ने देश में अपना अग्रिम स्थान कायम रखा और यहां 27 अप्रैल को 2.8 लाख जांच हुई, जबकि उत्तर प्रदेश में यह संख्या मात्र 1.8 लाख रही।

यह आंकड़े इस मायने में महत्वपूर्ण है कि उत्तर प्रदेश की 22.2 करोड़ की जनसंख्या की तुलना में महाराष्ट्र की जनसंख्या 12.2 करोड़ ही है। 

दिल्ली का भी कोरोना जांच में खराब रिकॉर्ड

संक्रमण के मामलों में भारी इजाफे के बावजूद कोरोना जांच के मामले में दिल्ली का प्रदर्शन काफी निराशाजनक है। यहां 26 अप्रैल को 57000 जबकि 27 अप्रैल को 73000 टेस्ट हुए।

गौरतलब है कि दिल्ली में एक अप्रैल को 78000 टेस्ट हुए थे। अप्रैल महीने के 27 दिनों में महाराष्ट्र में सर्वाधिक 63 लाख कोरोना जांच हुई। इसी अवधि में यूपी का आंकड़ा 52 लाख जबकि दिल्ली का 21 लाख दर्ज किया गया।

यहां तक कि अन्य राज्य भी उत्तर प्रदेश की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते संक्रमण के मामलों के बीच भारत को प्रतिदिन 50 लाख जांच करनी चाहिए और यह टेस्टिंग आरटी-पीसीआर के जरिए ही होनी चाहिए।

फिलहाल कुल टेस्ट में आधे ही आरटी-पीसीआर के जरिए हो रहे हैं। विशषज्ञों ने इस बार पर भी हैरानी जताई है कि आखिरी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट के अलग-अलग आंकड़े जारी करने क्यों बंद कर दिए हैं, जो महामारी की पहली लहर के दौरान जारी किए जाते थे।

यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने मंगलवार को कहा था कि राज्य में 26 अप्रैल को 65000 आरटी-पीसीआर टेस्ट हुए जबकि दिल्ली में इसी दिन 45 हजार आरटी-पीसीआर टेस्ट हुए।

देश में रिकॉर्ड संख्या में कोरोना जांच

भारत ने अप्रैल के 27 दिनों में 3.67 करोड़ कोरोना जांच कर भी रिकॉर्ड कायम किया है। एक अप्रैल को देश में जांच की संख्या 11.1 लाख थी जो लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 27 अप्रैल को बढ़कर 17.2 लाख पर पहुंच गई। देश में अब तक 28.30 करोड़ लोगों की कोरोना  जांच हो चुकी है।

कहां कितनी कोरोना जांच (आंकड़े लाख में, स्रोत- covid19india.org)

अप्रैलमहाराष्ट्रयूपीदिल्लीभारत
11.81.20.7811.1
112.621.111.8
272.81.80.7317.2
27 दिन में कुल जांच635221367

Web Title: Coronavirus Maharashtra done highest corona tests, UP and Delhi had bad records

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