Coronavirus: महाराष्ट्र में मौत के आंकड़ों में बड़ा बदलाव, जोड़े गए 1328 नए नाम, लग रहे थे छुपाने के आरोप
By विनीत कुमार | Published: June 17, 2020 07:17 AM2020-06-17T07:17:41+5:302020-06-17T07:17:41+5:30
महाराष्ट्र में कोविड-19 की वजह से जान गंवाने वाले मरीजों के आंकड़े में 1328 और नाम जोड़े गए हैं। इसे 'एक दिन में मरने वाले मरीज' नहीं माना जाएगा। सरकार ने कहा है कि पहले इन मरीजों की मौत अन्य कारणों से बताई गई थी, क्योंकि वे अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त थे।
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से विपक्ष और अन्य रिपोर्ट में कोरोना से मौत की संख्या में गड़बड़ी के सवाल उठने के बाद इसमें सुधार कर लिया गया है। महाराष्ट्र में कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या में मंगलवार को 1409 का इजाफा हुआ। इसी के साथ राज्य में कोरोना महामारी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 5537 हो गया।
इस 1409 में केवल 81 ऐसी मौत हैं जो मंगलवार को दर्ज की गई जबकि बचे हुए 1328 लोगों की मौत मार्च से हुई हैं लेकिन अब इन्हें जोड़ा जा सका। वहीं, मुंबई में कोरोना से मृतकों की संख्या में मंगलवार को 917 का इजाफा हुआ। इस तरह देश की आर्थिक राजधानी में अब तक 3167 लोग अपना दम कोरोना की वजह से तोड़ चुके हैं। इसमें भी 55 मौतें ही मंगलवार को हुई जबकि 862 मौतें मार्च से हुई हैं जिन्हें पहले दर्ज नहीं किया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इसी के साथ महाराष्ट्र में कोरोना मृत्यु दर 4.8 प्रतिशत हो गई है। मृतकों की संख्या में ताजा सुधार से पहले ये 3.7 प्रतिशत था। ये मौजूदा राष्ट्रीय औसत 2.8 प्रतिशत से कहीं ज्यादा है। महाराष्ट्र में कोरोना के अब तक कुल 1,13,445 मामले आए हैं। राज्य में अभी एक्टिव केस 50,044 (44.11 प्रतिशत) हैं। मुंबई में 60, 228 मामले सामने आए हैं। इसमें 43.18 प्रतिशत एक्टिव केस हैं।
दरअसल, 6 जून को खत्म हुई संख्याओं के मिलाप की प्रक्रिया में राज्य सरकार के आंकड़ों और ICMR पोर्टल पर अपलोड किए गए आंकड़ों के बीच अधिकारियों ने मृत्यु दर में कमी देखी गई थी। इसके बाद से सवाल उठने लगे थे। इसके बाद सभी जिलों से कहा गया कि वे प्रत्येक मरीज के मामले के विवरण को अपडेट करें और डेटा अपलोड करें। 11 जून को स्वास्थ्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने सभी जिलों को पत्र लिखकर 15 जून तक आंकड़ों को अपडेट करने का समय दिया था।
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि डाटा के मिलान की प्रक्रिया अभी केवल आधी ही है और ऐसे में मौतों की संख्या में और वृद्धि संभव है। व्यास ने कहा, 'हमारे पास महाराष्ट्र में एक लाख से अधिक मामले हैं और प्रत्येक मामले का नोट किया जाना जरूरी है। सरकार का किसी भी मृत्यु को छिपाने का कोई इरादा नहीं है। हम सभी मौतों की घोषणा करेंगे क्योंकि डेटा को अब भी ठीक किए जाने की प्रक्रिया जारी है।'
मुंबई के बाद सबसे अधिक मौतें जो रिपोर्ट नहीं हुई थी, वे ठाणे (146), पुणे (85), सोलापुर (51), जलगांव (34), औरंगाबाद (33), नासिक (28), अकोला (14), रायगढ़ (14), धुले (12), पालघर (11) से हैं। इससे भी कुछ कम संख्या महाराष्ट्र के और 14 जिलों में बढ़ी हैं।
इससे पहले इसी हफ्ते की शुरुआत में बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने राज्य सरकार पर मौकों का असल आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में फड़नवीस ने कहा, ‘कोविड-19 के कारण (मुंबई में) हुई करीब 950 मौतों की सूचना नहीं है। यह काफी गंभीर मामला है, साथ ही खतरनाक भी।’ फडणवीस ने दावा किया था कि मुंबई के विभिन्न अस्पतालों में हुई 950 मौतों में से 500 के बारे में मृत्यु समीक्षा समिति को भी जानकारी नहीं दी गई।