वित्त विधेयक हुआ लोकसभा से पारित, सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, कोरोना प्रभावितों के लिए किसी पैकेज की घोषणा नहीं
By रामदीप मिश्रा | Published: March 23, 2020 03:02 PM2020-03-23T15:02:46+5:302020-03-23T15:30:44+5:30
लोकसभा में सांसदों ने कोरोना कमांडोज के लिए जमकर तालियां बजाईं और लोकसभा स्पीकर ने कहा कि बीते दिन जो हमने देखा वो भारत की आत्मा थी। डॉक्टरों, सफाईकर्मियों, पुलिस, मीडिया ने जिस तरह से सेवाएं की उन सबका हम अभिवादन करते हैं।
लोकसभा में सोमवार (23 मार्च) को बिना किसी पैकेज या फिर राहत के वित्त विधेयक को पारित कर दिया गया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वित्त विधेयक 2020 बिना चर्चा के लोकसभा से पास हुआ। कोविड-19 से उत्पन्न खतरे के मद्देनजर इस सत्र को निर्धारित समय से 12 दिन पहले ही समाप्त किया गया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इसकी घोषणा की। बता दें, कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है और उससे लड़ने के लिए सरकारें पूरी ताकत झोंक दे रही हैं।
लोकसभा में सांसदों ने कोरोना कमांडोज के लिए जमकर तालियां बजाईं और लोकसभा स्पीकर ने कहा कि बीते दिन जो हमने देखा वो भारत की आत्मा थी। डॉक्टरों, सफाईकर्मियों, पुलिस, मीडिया ने जिस तरह से सेवाएं की उन सबका हम अभिवादन करते हैं।
बीते दिन तृणमूल कांग्रेस ने घोषणा की कि उसने कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर अपने सभी सांसदों को संसद से लौटकर अपने निर्वाचन क्षेत्रों में वापस आने का निर्देश दिया। तृणमूल के सांसद एवं राज्यसभा में पार्टी के नेता डेरेक ओ’ब्रायन और लोकसभा सांसद एवं लोकसभा में पार्टी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि सदन की कार्यवाही 23 मार्च (सोमवार) को पूरी कर दी जाए। तृणमूल के लोकसभा में 22 और राज्यसभा में 13 सदस्य हैं।
वहीं, महाराष्ट्र के शिवसेना नेता संजय राउत ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी के सांसद कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सोमवार से संसद के बजट सत्र में नहीं जायेंगे। संसद में शिवसेना के मुख्य सचेतक राउत ने ट्वीट किया था, 'कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखकर शिवेसना के सासंद आज से संसद की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे।' यह निर्णय हमारे पार्टी प्रमुख एवं (महाराष्ट्र के) मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकार को इस महामारी में मदद पहुंचाने के लिए लिया है।'
राकांपा पहले ही घोषित कर चुकी थी कि उसके ज्यादातर लोकसभा एवं राज्यसभा सदस्य अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रशासन को कोविड-19 का मुकाबला करने में सहयोग करने के लिए वहीं बने रहेंगे।
बता दें, देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़कर 415 हो गए हैं। रविवार रात तक संक्रमित लोगों की संख्या 360 थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। इन आंकड़ों में 41 विदेशी नागरिक और अब तक हुई सात मौत शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र में रविवार को एक-एक मौत हुई जबकि पहले चार अन्य मौत कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब में हुई थीं। इन 415 संक्रमित लोगों में वे 24 लोग भी शामिल हैं जिनका इलाज किया जा चुका है या ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है या वो यहां से चले गए हैं।
भाारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा कि सोमवार सुबह 10 बजे तक 18,383 नमूनों की जांच की जा चुकी है। यह तत्काल नहीं साफ हो सका है कि नये मामले कहां से आए हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 67 मामले हैं जिनमें तीन विदेशी नागरिक शामिल हैं। केरल से भी 67 मामले सामने आए हैं जिनमें सात विदेशी शामिल हैं।
दिल्ली में संक्रमित लोगों की संख्या एक विदेशी समेत 29 है जबकि उत्तर प्रदेश में एक विदेशी समेत 28 लोग संक्रमित हैं। राजस्थान में दो विदेशी नागरिकों समेत 27 मामले हैं। तेलंगाना में 11 विदेशी समेत 26 मामले हैं। कर्नाटक में कोरोना वायरस के 26 मरीज हैं। हरियाणा, पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड सहित देश भर से मामले सामने आए हैं।