Lockdown: 200 किलोमीटर पैदल चला, मंजिल तक पहुंच-पहुंचते जिंदगी ने छोड़ दिया साथ, 38 साल के युवक की दर्दनाक मौत
By गुणातीत ओझा | Published: March 29, 2020 01:57 PM2020-03-29T13:57:02+5:302020-03-29T13:57:02+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद घर के लिए निकले 38 साल के युवक की पैदल चलते-चलते मौत हो गई। डिलिवरी एजेंट के तौर पर काम करने वाला रणवीर सिंह मध्यप्रदेश के मुरैना का रहने वाला था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद घर के लिए निकले 38 साल के युवक की पैदल चलते-चलते मौत हो गई। डिलिवरी एजेंट के तौर पर काम करने वाला रणवीर सिंह मध्यप्रदेश के मुरैना का रहने वाला था।
लॉकडाउन के बाद रोजगार नहीं रहा तो उसे घर के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं सूझा। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक रणवीर 200 किमी. पैदल चलकर आगरा तक पहुंच गया था। आगरा हाईवे पर उसे बेचैनी महसूस हुई और वह सड़क पर गिर पड़ा। रणवीर को सड़क पर गिरता देख वहां का एक स्थानीय दुकानदार वहां पहुंचा। दुकानदार ने रणवीर को चाय और बिस्किट के लिए पूछा, इतने ही देर में उसे दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई।
बताते चलें कि लॉकडाउन के बाद देश में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बंद है। जिसके चलते गरीब मजदूर और बेरोजगार हुए लोग पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पड़े हैं। ऐसे में सरकार को मजबूर होकर लोगों के लिए बसों की आपात व्यवस्था करनी पड़ी है, जो कि भीड़ को देखते हुए नाकाफी है। कल शनिवार को इसके चलते लाखों की संख्या में आनंद विहार और गाजिबाद में लोग बसों का इंतजार करते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस में औसत के हिसाह से लोगों की भीड़ जा रही थी, बस के अंदर पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही थी।