चारधाम यात्राः बदरीनाथ के मुख्य पुजारी ने सीएम को भेजा ज्ञापन, कहा-30 जून तक स्थगित हो, जानिए क्या है कारण
By भाषा | Published: June 3, 2020 09:16 PM2020-06-03T21:16:51+5:302020-06-03T21:16:51+5:30
चारधाम यात्रा पर संकट गहरा गया है। बदरीनाथ के मुख्य पुजारी ने उत्तराखंड सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन सौंप कहा है कि फिलहाल यात्रा को 30 जून तक रोक दिया जाए। कहा कि कोरोना का मामला लगातार बढ़ रहा है।
देहरादूनः उत्तराखंड सरकार द्वारा चारधाम यात्रा खोले जाने पर विचार किए जाने के बीच बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी तथा अन्य लोगों ने बुधवार को कोरोना संकट के मद्देनजर मुख्यमंत्री से यात्रा को 30 जून तक स्थगित रखे जाने की मांग की।
धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी व मंदिर में पूजा अर्चना और सेवा में कार्यरत दो दर्जन से अधिक लोगों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक ज्ञापन भेजा है। बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि चमोली की जिलाधिकारी के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन में कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए फिलहाल 30 जून तक यात्रा स्थगित रखने का आग्रह किया गया है। उनियाल ने कहा, '‘यह समय की जरूरत है। संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बदरीनाथ की यात्रा फिलहाल स्थगित रखने में सभी की सुरक्षा है।’’
बदरीनाथ की कठिन परिस्थितियों का हवाला देते हुए उनियाल ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से दिक्कतें बढ़ने की अत्यधिक संभावनाएं हैं और ऐसे में स्थिति सामान्य होने तक 30 जून तक यात्रा को पूर्व की भांति स्थगित रखा जाना चाहिए। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने मंगलवार को कहा था कि आठ जून से चारधाम यात्रा सीमित तरीके से खोले जाने की तैयारियां चल रही हैं । मुख्यमंत्री रावत ने भी बुधवार को कहा कि चारधाम यात्रा को सीमित, नियंत्रित और सुरक्षित रूप से शुरू करने पर विचार किया जा रहा है और परिस्थितियों के अनुरूप इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
उत्तराखंड में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर एक- डेढ़ माह पहले खुल चुके हैं लेकिन कोरोना वायरस संकट के चलते उन्हें अभी तक श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया है । यह पहला अवसर होगा जब महामारी के चलते तीर्थयात्री चारधामों के दर्शन से वंचित हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 24 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर खोले गये थे जबकि केदारनाथ मंदिर के कपाट 29 अप्रैल को और बदरीनाथ के द्वार 15 मई को खोले गये थे।
Uttarakhand: Badrinath temple's chief priest Rawal Ishwari Prasad Nambudiri &other priests have written to the Chief Minister & the Chamoli District Magistrate, urging them to keep the yatra to Badrinath suspended till June 30 in view of rising number of #COVID19 cases.(file pic) pic.twitter.com/BEKvh7xWEs
— ANI (@ANI) June 3, 2020