migrant crisis: करीब 30 लाख प्रवासी दूसरे प्रदेशों से यूपी पहुंचे, सीएम योगी बोले- कोविड अस्पतालों में 78 हजार से अधिक बेड
By भाषा | Published: May 21, 2020 06:21 PM2020-05-21T18:21:21+5:302020-05-21T18:21:21+5:30
उत्तर प्रदेश में करीब 30 लाख प्रवासी कामगार पहुंच गए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी व्यवस्था में नजर रख रहा हूं। कोविड-19 अस्पताल में 78 हजार के अधिक बेड की व्यवस्था कर दी गई है।
लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। अब तक गुजरात से 355, महाराष्ट्र से 181, पंजाब से 144, राजस्थान से 28, दिल्ली से 36, कर्नाटक से 33 ट्रेन सहित कुल 1154 ट्रेनों की व्यवस्था की गई है।
इनमें से 841 ट्रेन आ गई हैं जबकि 313 आ रही हैं या फिर एक दो दिनों में पहुंचेंगी। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर बीते एक मार्च से अब तक करीब 30 लाख प्रवासी राज्य में वापस आए हैं।
उन्होंने बताया कि अब तक गुजरात से 355, महाराष्ट्र से 181, पंजाब से 144, राजस्थान से 28, दिल्ली से 36, कर्नाटक से 33 ट्रेन सहित कुल 1154 ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। इनमें से 841 ट्रेन आ गई हैं जबकि 313 आ रही हैं या फिर एक दो दिनों में पहुंचेंगी।
उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों के माध्यम से अब तक उत्तर प्रदेश में 15 लाख 27 हजार लोगों ने वापसी की है। अब दूसरे चरण में हरियाणा से 3982 बसों से एक लाख 35 हजार, राजस्थान से 355 बसों से 13224 और मध्य प्रदेश से 1350 बसों से 49 हजार लोगों को लाया गया है। उन्होंने बताया कि एक मार्च से अब तक 30 लाख लोग यूपी में आये हैं।
आगरा में संक्रमण के आठ नये मामले, संक्रमितों की संख्या 831 हुई
आगरा में कोरोना वायरस संक्रमण के आठ नये मामले सामने आए हैं । इस तरह संक्रमित लोगों की संख्या 831 हो चुकी है । संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अब 682 हो गयी है। वर्तमान में संक्रमण के 121 मामले हैं तो वहीं 28 की मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी पीएन सिंह ने संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि की।
कोरोना संक्रमण को लेकर दिन भर में आठ नये मामले सामने आने से संक्रमित लोगों की संख्या 831 हो चुकी है। अब तक 11284 लोगों के नमूने लिये जा चुके हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक आगरा में अब कुल 41 हॉटस्पॉट रह गये हैं।
इस महीने के अंत तक बेड की संख्या बढाकर एक लाख की जानी चाहिए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के कोविड-19 अस्पतालों में 78 हजार से अधिक बेड की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस महीने के अंत तक बेड की संख्या बढाकर एक लाख की जानी चाहिए । मुख्यमंत्री योगी ने यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए कोविड चिकित्सालयों में कुल 78,033 बेड की व्यवस्था हो जाने पर संतोष व्यक्त किया । उन्होंने निर्देश दिया कि इस माह के अन्त तक इन चिकित्सालयों में कुल बेड की संख्या को बढ़ाकर एक लाख किया जाना चाहिए।
उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सहयोग प्रदान करने के लिए प्रत्येक जनपद में स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक अथवा संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी को नामित करने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि जिले के हिसाब से तैनात किए जाने वाले इन अधिकारियों की सूची मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड चिकित्सालयों में व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। स्वच्छता सम्बन्धी कार्यों में कोई शिथिलता न बरती जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक नियमित तौर पर निरीक्षण करें।
नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ चिकित्सालयों में निरन्तर उपलब्ध रहें। पैरामेडिक्स चिकित्सा उपकरणों के क्रियाशील होने की नियमित जांच करते रहें। उन्होंने सभी जनपदों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क, सेनिटाइजर, दवाई, पल्स आक्सीमीटर, अल्ट्रारेड थर्मामीटर आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने जांच की क्षमता को बढ़ाकर 10 हजार परीक्षण प्रतिदिन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में जांच के लिए प्रयोगशाला की स्थापना का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 एक अदृश्य शत्रु के खिलाफ संघर्ष है। राज्य को कोविड-19 से उत्पन्न स्थितियों से निपटने में अभी तक उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है। इस संघर्ष में आगे भी सफलता प्राप्त करने के लिए पूरी सावधानी व सतर्कता बरतते हुए टीम भावना के साथ कार्य करना होगा।
उन्होंने कहा कि मण्डलायुक्त तथा पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक तथा जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी बेहतर पारस्परिक समन्वय से कार्य करें। यह समस्त अधिकारीगण प्रतिदिन बैठक करते हुए आगे की रणनीति तय करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी तथा जिला पूर्ति अधिकारी सभी जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करें।