कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने लॉकडॉउन की अवधि बढ़ाने का किया स्वागत, साथ ही उठाए ये सवाल
By शीलेष शर्मा | Published: April 14, 2020 04:53 PM2020-04-14T16:53:03+5:302020-04-14T16:53:03+5:30
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा की, साथ ही प्रस्ताव किया कि जो क्षेत्र हॉटस्पाट में नहीं होंगे और जिनके हॉटस्पाट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां 20 अप्रैल से कुछ छूट दी जा सकती है ।
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3 मई तक लॉकडॉउन की घोषणा का उनके राजनैतिक विरोधी भी खुला समर्थन कर रहे हैं लेकिन इस खुले समर्थन के साथ साथ सवाल भी खड़े कर रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने लॉक डॉउन का समर्थन करते हुये व्यंग कसा ,उन्होंने ट्वीट किया " 'गरीबों को 21+19=40 दिन के लिए अपना इंतजाम खुद करने के लिए छोड़ दिया गया. धन है, भोजन है लेकिन सरकार वह देगी नहीं. रोओ, मेरे प्यारे देश." सोनिया गाँधी ने मोदी के संबोधन से पहले ही विडिओ ज़ारी किया जिसमें लॉक डॉउन का पूरी तरह पालन करने की उन्होंने सलाह दी।
वहीं प्रशांत किशोर ने पूछा " लॉक डॉउन के बाद क्या ? " क्या सरकार ने कोई ए और बी प्लॉन तैयार किया है। कांग्रेस ने पार्टी की प्रतिक्रिया देने के लिये मनीष तिवारी को उतारा ,तिवारी ने लॉक डॉउन का दूसरों की तरह समर्थन किया ,और कहा कि प्रधानमंत्री ने यह तो बता दिया कि देश की जनता को क्या करना है लेकिन यह नहीं बताया कि सरकार को संकट के समय क्या करना है और क्या कर रही है। उन्होंने दिहाड़ी मज़दूरों का सवाल उठाया कि काम न मिल पाने के कारण जो मज़दूर पलायन कर अपने -अपने प्रदेशों की सीमा पर क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर चुके हैं उनको घरों तक पहुँचाने के लिये सरकार क्या कर रही है। जो मज़दूर पॉजिटिव नहीं हैं उनकी स्क्रीनिंग के क्या प्रबंध हो रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने पूछा कि क्या केवल हॉट स्पॉट में ही कॅरोना की जाँच होगी या सामुदायिक स्तर पर जाँच कराने की कोई योजना है। खेतों में फ़सल पक कर तैयार खड़ी है क्या किसानों को फ़सल की कटाई की इज़ाज़त मिलेगी। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने आज सुबह राष्ट्र के नाम सम्बोधन में साफ़ किया है कि कल सरकार लॉक डॉउन के लिये विस्तृत दिशा निर्देश ज़ारी करेगी ,संभव है कि इन दिशा निर्देशों में इन सवालों के जबाव हों परन्तु जब तक जबाव नहीं आते विपक्ष ऐसे सवाल सरकार से पूछता रहेगा। मनरेगा के तहत काम करने वालों को उनके श्रम का पूरा भुगतान किये जाने की भी उन्होंने माँग उठाई। कांग्रेस ने सरकार को आगाह किया की प्रधानमंत्री की अपील के बाबजूद कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छटनी हो रही है तथा सरकार नारा दे कर खामोश बैठ गयी है।
सप्लाई चेन को लेकर गृह मंत्री अमित शाह आश्वस्त कर रहे हैं राजनैतिक दलों का विश्वास डगमगा रहा है। कांग्रेस के अलावा सपा ,बसपा टीएमसी ,वामदलों के नेताओं ने भी ऐसे ही सवाल उठा कर सरकार को सचेत करते हुये इन मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही की बात कही ,डॉक्टरों ,नर्सों और दूसरे सहकर्मियों को ज़रूरी सुरक्षा से सामान उपलब्ध कराने की बात कर कहा कि बिना इसके इस महामारी से जंग जीतना कठिन हो जायेगा ,क्योंकि डॉक्टर ,नर्स आदि कॅरोना की चपेट में आ जायेंगे तो इलाज़ कौन करेगा।