Coronavirus: अद्भुत मिसाल! 250 किलोमीटर का सफर कर कोरोना मरीजों की सेवा के लिए पहुंचीं 8 महीने की गर्भवती नर्स
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 5, 2020 06:58 AM2020-04-05T06:58:47+5:302020-04-05T06:58:47+5:30
तमिलनाडु से एक अद्भुत किस्सा सामने आया है. यहां 8 महीने की गर्भवती एक नर्स ने मरीजों के इलाज में मदद के लिए 250 किलोमीटर का सफर तय कर डाला.
चेन्नई/तिरुचि: देश इस वक्त महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के गंभीर संकट से जूझ रहा है. ऐसे में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस और प्रशासन ने दिन-रात की परवाह किए बगैर खुद को मानवता की सेवा में समर्पित कर दिया है.
ऐसा ही एक किस्सा तमिलनाडु से आया है, जहां 8 महीने की गर्भवती एक नर्स ने मरीजों के इलाज में मदद के लिए 250 किलोमीटर का सफर तय कर डाला. खबरों के मुताबिक तमिलनाडु के रामनाथपुरम की रहने वाली 25 साल की एक महिला नर्स तिरुचि में एक हॉस्पिटल में कार्यरत हैं. एस. विनोथिनी नाम की यह नर्स अभी आठ महीने की गर्भवती हैं.
विनोथिनी को रामनाथपुरम के स्वास्थ्य सेवा के संयुक्त निदेशक (जेडी) का कॉल आया, जिन्होंने उन्हें कोरोना मरीजों के इलाज में मदद के लिए कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर चुने जाने की सूचना दी. नर्स को तीन दिनों के भीतर रामनाथपुरम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए एक प्रस्ताव पत्र भेजा गया. विनोथिनी ने सूचना मिलने के बाद खुद की और गर्भ में पल रहे बच्चे की चिंता किए बगैर ही तिरुचि से 250 किलोमीटर दूर रामनाथपुरम जाने का फैसला किया.
मंत्री के पास गईं, कलेक्टर से मिला लॉकडाउन पास: लॉकडाउन के वक्त यात्रा करने के लिए नर्स ने पर्यटन मंत्री वेल्लमंडी एन. नटराजन से संपर्क किया और पूरी बात बताते हुए तिरुचि तक जाने की इजाजत मांगी. जिसके बाद कलेक्टर एस. शिवरासु की तरफ से उन्हें एक पास दिया गया. पास मिलने से लॉकडाउन के बाद भी उन्हें बाहर जाने और यात्रा करने की अनुमति मिल गई. इजाजत मिलने के बाद गर्भवती नर्स अपने पति के साथ कार से तिरु चि से रामनाथपुरम पहुंच गईं.