कोरोना वायरस: होम क्वॉरंटाइन लोगों को अब हर घंटे भेजनी होगी सरकार को सेल्फी, नहीं किया ऐसा तो होगी ये कार्रवाई
By पल्लवी कुमारी | Published: March 31, 2020 09:49 AM2020-03-31T09:49:26+5:302020-03-31T09:49:26+5:30
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1251 पहुंच गई है जबकि इसकी वजह से 32 लोगों की मौत हो गई है। दुनियाभर में 35 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली: भारत में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। हर दिन नए मामलों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस के कहर को रोकने के लिए देश में लगे लॉकडाउन का आज (31 मार्च) सांतवां दिन है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1251 पहुंच गई है जबकि इसकी वजह से 32 लोगों की मौत हो गई है। दुनियाभर में 35 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे लोग जो या तो विदेश यात्रा से आएं हैं या फिर किसी कोरोना मरीज के संपर्क में आए हैं उन्हें सरकार की तरफ से 14 दिनों के क्वॉरंटाइन में रहने का सख्त निर्देश दिया गया है। इन निर्देशों का पालन करने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और जिला प्रशासन को निर्देश भी दिए हैं। इसी को मद्दे नजर कर्नाटक सरकार ने एक फैसला किया है। कर्नाटक सरकार ने अपने राज्य में उन सभी लोगों से एक-एक घंटे में सेल्फी मांग रही है, जो लोग होम क्वॉरंटाइन हैं।
'हर घंटे सेल्फी' का कर्नाटक सरकार ने क्यों लिया फैसला?
कर्नाटक सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि होम क्वॉरंटाइन के बाद भी कई लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में इस बात को सुनिश्चित करने के लिए जो लोग होम क्वारंटाइन हैं वे उन नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं, इसी वजह से हमने उनका हर एक घंटे में सेल्फी मांगा है। कर्नाटक सरकार की तरफ से ऐसे लोगों को हर घंटे अपने तस्वीर व्हाट्सएप पर देने को कहा गया है। इसमें सोने के वक्त रात के 10 बजे से सुबह 7 बजे तक के समय को छोड़कर हर घंटे तस्वीर क्वारंटाइन के दौरान साझा करने को कहा गया है। जिसने ऐसा नहीं किया तो फिर उसे सरकार की तरफ से बनाए गए बड़े क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा।
जीपीएस लोकेशन ऑन करके भेजनी होगी सेल्फी
कर्नाटक सरकार में मेडिकल और शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा है, सेल्फी या फिर तस्वीर को जीपीएस लोकेशन ऑन करके भेजनी होगी। ताकि सरकार उनकी जगह का भी पता चलता रहे। क्वॉरंटाइन शख्स द्वारा हर घंटे भेजे जाने वाले वाले फोटो को सरकार की तरफ से सरकार के फोटो वैरिफिकेशन टीम देखेगी। इसमें कुछ भी गलत पाया गया तो कार्रवाई के तहत उसे बड़े क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
बता दें कि बेंगलुरु में 10 लोगों को सरकार ने होम क्वॉरंटाइन रखा था। लेकिन उसके कुछ दिन बाद वो लोग अपने होमटाउन से गिरफ्तार किए गए थे। हालांकि मामला दर्ज कर उनपर कार्रवाई की जा रही है।