देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 17 हजार से अधिक हुई, अबतक 6075 की मौत, जानिए किस राज्य में कैसे हैं हालात
By भाषा | Published: June 5, 2020 05:34 AM2020-06-05T05:34:16+5:302020-06-05T05:54:30+5:30
Coronavirus: लगातार पांचवें दिन देश में संक्रमण के 8,000 से ज्यादा मामले आए। देश में अब तक 1,04,107 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं । पिछले 24 घंटे में 3804 लोग ठीक हुए हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘ठीक होने की दर अब 47.99 प्रतिशत है।’’
नई दिल्लीः देश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 2.17 लाख तक पहुंच गई, जबकि एक ही दिन में नौ हजार से अधिक मामले सामने आए। इसी तरह, कई राज्यों में एक ही दिन में अब तक के सबसे अधिक संक्रमण के मामले देखे गए। इससे पहले, अपने सुबह के बुलेटिन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में एक ही दिन में कोविड-19 के 9304 नए मामले आने से बृहस्पतिवार को संक्रमित लोगों की संख्या 2,16,919 हो गयी जबकि 260 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 6,075 हो गयी।
वहीं, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 2,17,389 तक पहुंच गई जबकि मौत का आंकड़ा 6,233 रहा। तालिका के मुताबिक, देशभर में अब तक कोविड-19 के 1.07 लाख मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन, स्पेन और इटली के बाद कोविड-19 महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत अब सातवें स्थान पर है । स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे तक देश में संक्रमण के 1,06,737 मामले हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, लगातार पांचवें दिन देश में संक्रमण के 8,000 से ज्यादा मामले आए। देश में अब तक 1,04,107 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं । पिछले 24 घंटे में 3804 लोग ठीक हुए हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘ठीक होने की दर अब 47.99 प्रतिशत है।’’ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, बृहस्पतिवार की सुबह नौ बजे तक संक्रमण की जांच के लिए कुल 42,42,718 नमूने लिए गए। पिछले 24 घंटे में 1,39,485 नमूनों की जांच हुई।
आईसीएमआर ने जांच की क्षमता बढ़ा दी
मंत्रालय ने कहा , ‘‘आईसीएमआर ने संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए जांच की क्षमता बढ़ा दी है। सरकारी प्रयोगशाला की संख्या बढ़कर 498 हो गयी है और 212 निजी प्रयोशाला हैं ।’’ राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 संक्रमण और उससे मृत्यु के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को जांच बढ़ाने, सघन निगरानी रखने, संपर्कों का पता लगाने तथा निषिद्ध क्षेत्रों में कड़ाई से नियमों का पालन करने पर जोर दिया। हर्षवर्धन ने दिल्ली में नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण की तैयारियों की समीक्षा के लिए बृहस्पतिवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिये उच्चस्तरीय बैठक की और राष्ट्रीय राजधानी के सभी जिलों में कोविड-19 की उच्च संक्रमण दर और अनेक जिलों में कम जांच स्तर पर चिंता प्रकट की।
सिसोदिया ने कहा- हमारे पास कोविड-19 समर्पित सुविधाएं हैं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक कोविड-19 से मौत के 606 और संक्रमण के 23,645 मामले सामने आए हैं। वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली सरकार का पूरा ध्यान लोगों की जान बचाने तथा कोविड-19 के मरीजों के लिए समुचित सुविधाएं मुहैया कराने पर है। सिसोदिया ने कहा, ‘‘हमारे पास कोविड-19 समर्पित सुविधाएं हैं । तीन और निजी अस्पताल कल जुड़े हैं। कुछ अस्पतालों को (20 प्रतिशत बेड आरक्षित करने में) दिक्कतें आ रही है । जिन्हें दिक्कत आ रही है उन्हें पूरी तरह से कोविड अस्पताल में बदल दिया जाएगा ।’’
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 2587 लोगों की मौत हुई
संक्रमण से कुल 6075 मौत में से महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 2587 लोगों की मौत हुई है । इसके बाद गुजरात (1122), दिल्ली (606), मध्यप्रदेश (371), पश्चिम बंगाल (345), उत्तरप्रदेश (229), राजस्थान (209), तमिलनाडु (208), तेलंगाना (99) और आंध्रप्रदेश (68) हैं। कर्नाटक में 53, पंजाब में 47, जम्मू कश्मीर में 34, बिहार में 25, हरियाणा में 23, केरल में 11, उत्तराखंड में आठ और ओडिशा में सात लोगों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ और झारखंड में पांच-पांच मौतें हुई हैं । असम में चार जबकि छत्तीसगढ़ में दो लोगों की मौत हुई है। मेघालय और लद्दाख में एक-एक मौत की पुष्टि हुई है।
तमिलनाडु में 25,872 मामले आ चुके सामने
स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, मौत के 70 प्रतिशत से ज्यादा मामले में मरीज पहले से गंभीर बीमारी की चपेट में थे । महाराष्ट्र में संक्रमण के सबसे ज्यादा 74,860 मामले आए हैं । तमिलनाडु में 25,872 मामले, दिल्ली में 23,645 मामले, गुजरात में 18,100 मामले, राजस्थान में 9652 मामले, मध्यप्रदेश में 8588 मामले और उत्तरप्रदेश में 8729 मामले आए हैं । पश्चिम बंगाल में 6508, बिहार में 4390, आंध्रप्रदेश में 4080, कर्नाटक में 4063 मामले आए हैं।
पंजाब में कोविड-19 से 2376 लोग संक्रमित हैं
तेलंगाना में 3020, हरियाणा में 2954, जम्मू कश्मीर में 2857 और ओडिशा में 2388 मामले आए हैं । पंजाब में कोविड-19 से 2376 लोग संक्रमित हैं जबकि असम में संक्रमण के 1672 मामले हैं । केरल में 1494 लोग संक्रमित हैं और उत्तराखंड में संक्रमण के 1085 मामले आ चुके हैं । झारखंड में संक्रमितों की संख्या 752 हो चुकी है । इसके अलावा छत्तीसगढ में 668, त्रिपुरा में 468, हिमाचल प्रदेश में 359, चंडीगढ़ में 301, मणिपुर में 118, लद्दाख में 90 और पुडुचेरी में 82 मामले हैं। गोवा में 79 लोग संक्रमित हुए । नगालैंड में 58, अरूणाचल प्रदेश में 38, अंडमान निकोबार द्वीप समूह तथा मेघालय में 33-33 लोग संक्रमित हैं । मिजोरम में 14 मामले हैं जबकि दादरा एवं नागर हवेली में आठ और सिक्किम में अब तक दो मामले आए हैं।
सीआईआई ने कहा- राजकोषीय घाटा बढ़ने से देश की रेटिंग घट सकती है
उधर, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए सार्वजनिक खर्च बढ़ाने की मांग के बीच आगाह किया है कि सरकार को राजकोषीय घाटे को बढ़ने से रोकने के उपाय करने चाहिए। सीआईआई ने कहा कि राजकोषीय घाटा बढ़ने से देश की रेटिंग घट सकती है। इससे अर्थव्यवस्था को अन्य परिणाम भी झेलने पड़ सकते हैं। रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने इसी सप्ताह भारत की सॉवरेन रेटिंग को बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दिया है।
सीआईआई ने आर्थिक वृद्धि दर का कोई अनुमान नहीं लगाया
सीआईआई ने 2020-21 के अपने एजेंडा दस्तावेज में चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर का कोई अनुमान नहीं लगाया है। कोविड-19 की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता के मद्देनजर उद्योग मंडल ने वृद्धि दर के बारे में अनुमान नहीं लगाया है। देश के जानेमाने उद्योगपति राजीव बजाज ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना संकट से निपटने के संदर्भ में भारत ने पश्चिमी देशों की ओर देखा और कठोर लॉकडाउन लगाने का प्रयास किया जिससे संक्रमण का प्रसार भी नहीं रुका और सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) औंधे मुंह गिर गया एवं अर्थव्यवस्था तबाह हो गई।
राजीव बजाज ने कहा- बहुत सारे अहम लोग बोलने से डरते हैं
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किए गए संवाद में बजाज ने यह भी कहा कि बहुत सारे अहम लोग बोलने से डरते हैं और ऐसे में हमें सहिष्णु और संवेदनशील रहने को लेकर भारत में कुछ चीजों में सुधार करने की जरूरत है। जबकि, भाजपा ने उद्योगपति राजीव बजाज की उन टिप्पणियों को तवज्जो नहीं दी जिसमें उन्होंने महामारी से निपटने के तरीकों एवं अर्थव्यवस्था पर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का जिक्र करते हुए इसकी आलोचना की थी।
सरकार ने कहा- बजाज कोई विशेषज्ञ नहीं हैं
इस पर केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने कहा कि स्वास्थ्य संकट को लेकर बजाज कोई विशेषज्ञ नहीं हैं। इस बीच, केंद्र ने उच्चतम न्यायालय से बृहस्पतिवार से कहा कि अस्पताल संक्रमण रोकथाम एवं नियंत्रण (आईपीसी) गतिविधियों के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन कोविड-19 से स्वयं का बचाव करने की अंतिम जिम्मेदारी स्वास्थ्यसेवा कर्मियों की है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शीर्ष अदालत को बताया कि केवल कोरोना वारयस ही नहीं, बल्कि अन्य संक्रमणों से बचाव की खातिर स्वयं को पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित करना और इसके लिए सभी संभावित कदम उठाना स्वास्थ्यसेवा कर्मियों की जिम्मेदारी है।