कोरोना वायरस: रेलवे कर रहा है लॉकडाउन खत्म होने के बाद की तैयारियां, इन विकल्पों पर हुई चर्चा
By निखिल वर्मा | Published: April 6, 2020 02:41 PM2020-04-06T14:41:09+5:302020-04-06T14:41:09+5:30
देशव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर रेलवे की यात्री सर्विस 25 मार्च से बंद है. सिर्फ आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा मालगाड़ियां चलाई जा रही हैं.
भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन अवधि के बाद ट्रैक पर ट्रेनें उतारने की तैयारियां शुरू कर दी है। भारत में 25 मार्च से 21 दिनों का देशव्यापी लॉकडाउन है। 15 अप्रैल से रेलवे किस तरह से अपनी सर्विस को लेकर तैयार रहेगा, इसके लिए सभी रेलवे जोन को योजनाएं बनाने के लिए कहा गया है।
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, आदेश के बाद, मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षकों, रेलवे सुरक्षा आयुक्त, मुख्य टिकट निरिक्षकों और अन्य अधिकारियों को ड्यूटी पर तैनात रहने के लिए गया है। लेकिन रेल सेवा शुरू होने से पहले रेलवे के अधिकारी कई प्रस्तावों पर विचार रहे हैं।
यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग
रेलवे अधिकारियों ने कहा, ऐसे प्रोटोकॉल पर चर्चा कर रहे हैं जो एक बार रेल सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। इसमें ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग का विकल्प भी शामिल हैं। हालांकि इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया या है कि यात्री सेवाएं फिर से कब से शुरू होंगी। अधिकारियों ने कहा है कि केंद्र सरकार से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद चरणबद्ध तरीके से रेल सेवा शुरू किए जाने की संभावना है।
अधिकारियों ने कहा है कि एक बार जब सेवाएं पूरी तरह बहाल हो जाएंगी तो स्टेशनों पर भारी भीड़भाड़ होने की संभावना है। इससे निपटने के तरीके बारे में उपाय पहले करने होंगे। इन उपायों के रेलवे यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने से पहले मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। रेलवे कर्मचारियों को आरोग्य सेतु एप्प इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। रेलवे बोर्ड ट्रेन के साथ चलने वाले कर्मचारियों से सामाजिक दूरी के नियम भी पालन करने को कहेगा।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, यह संवेदनशील समय है और हमलोग राजस्व की ओर नहीं देख रहे हैं। फिलहाल पूरा फोकस यात्रियों की सुरक्षा और यह सुनिश्चित करने में कोरोना वायरस का प्रसार ना हो।
चुनिंदा मार्गों पर चलेंगी ट्रेनें
रेलवे ने चुनिंदा मार्गों पर ही पहले सेवा बहाल करने के विकल्प पर चर्चा की है। इसके लिए रेलवे जोनल ऑफिसों से सुझाव मांगे गए हैं। यह भी देखा जा रहा है कि क्या प्रवासियों के लिए खानपान की व्यवस्था की जा सकती है और क्या वे यात्रा कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा है कि रेलवे बोर्ड को ये निर्णय करना है कि लॉकडाउन कैसे खोला जाएगा। अगर सिर्फ कुछ जगहों पर ट्रेनें चलेंगी तो यह केवल उन जगहों पर चलेंगी जहां पूरी तरह से लॉकडाउन हटा दिया गया है। रेलवे का ध्यान यह सुनिश्चित करने में लॉकडाउन के कारण जो यात्री ट्रेनें रोक दी गई थीं, अपने स्टेशनों पर वापस लौटी हैं या नहीं। इसमें साफ-सफाई हुई है या नहीं।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि रेल मंत्री पीयूष गोयल के निर्देश के अनुसार कि रेलवे के विभिन्न जोन कोरोनोवायरस के खिलाफ बड़ी लड़ाई में योगदान देने की दिशा में अपना प्रयास जारी रखे हुए हैं। रेलवे ने पहले ही 5,000 कोचों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में परिवर्तित करने का काम शुरू कर दिया है जो कि उन ग्रामीण क्षेत्रों में भेजे जाने की संभावना है जिनके पास अस्पताल नहीं हैं। रेलवे ने संक्रमित रोगियों के लिए अपने अस्पतालों की भी पेशकश की है और मास्क, सैनिटाइजर, पीपीई जैसे आवश्यक चिकित्सा सामान का उत्पादन कर रहे हैं। इस सप्ताह सेवाओं को फिर से शुरू करने के बारे में निर्णय लेने की संभावना है।