महाराष्ट्र में एक दिन में 13 कोरोना पीड़ितों की मौत, राज्य में चार सप्ताह बढ़ सकता है लॉकडाउन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 6, 2020 06:48 AM2020-04-06T06:48:45+5:302020-04-06T06:48:45+5:30
महाराष्ट्र सरकार 16 अप्रैल से चार हफ्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा सकती है. कोरोना पीडि़तों का आंकड़ा प्रतिदिन इसी तरह सौ-डेढ़सौ के बीच बढ़ता रहा तो महाराष्ट्र सरकार तीसरे स्टेज की पाबंदियां लगा देगी. इस बारे में राज्य सरकार की ओर से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.
मुंबई: महाराष्ट्र में रविवार को एक दिन में कोरोना महामारी से 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 113 नए मरीजों का पता चला. राज्य में अब तक मरीजों की संख्या 748 हो गई है. कोरोना महामारी राज्य में अब तक 45 जानें ले चुकी है. कोरोना से आज दम तोड़नेवाले मरीजों में 8 मुंबई, 3 पुणे और डोंबीवली और औरंगाबाद के एक-एक मरीज हैं.
औरंगाबाद के सरकारी मेडिकल कॉलेज में 58 वर्षीय बैंक अधिकारी की मौत हुई है. उन्हें हाई बीपी और हृदयरोग था. कुछ दिनों पहले उन्होंने मुंबई की यात्रा की थी. डोंबीवली में मधुमेह से ग्रस्त 67 वर्षीय महिला, जबकि कस्तूरबा अस्पताल में 70 वर्षीय, 64 वर्षीय और 52 वर्षीय व्यक्तिों की मृत्यु हुई. नायर अस्पताल में 62 वर्षीय और केईएम अस्पताल में 70 वर्षीय महिला और 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. इन सभी ने कभी विदेश यात्रा नहीं की थी. चेंबूर के निजी अस्पताल में जिस 55 वर्षीय टैक्सी ड्राइवर की मौत हुई, उसने यद्यपि विदेश यात्रा नहीं की थी, पर कई यात्रियों को लेकर वह हवाईअड्डे से आवागमन करता था.
इसी अस्पताल में 80 वर्षीय वृद्ध की मौत हुई. हालांकि, उन्हें मधुमेह, हाई बीपी जैसी बीमारियां थी. उन्हें स्ट्रोक के कारण मस्तिष्क में रक्तस्राव भी हुआ था. पुणे के ससून अस्पताल में 60 वर्षीय महिला कोरोना के मरीज के संपर्क में आई थी. उसे मधुमेह और हाईबीपी था. इसी अस्पताल में 52 वर्षीय मधुमेह पीडि़त व्यक्ति की मौत हुई. पुणके के औंध जिला अस्पताल में 77 वर्षीय वृद्धा की मौत हुई, वह पहले निजी अस्पताल में भर्ती थी. अब तक राज्य में 16008 टेस्ट किए गए हैं. उनमें से 14837 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. 56 कोरोना पीडि़त इलाज के बाद ठीक हो गए हैं, जबकि 46586 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है.
संस्थागत रूप से 3122 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है. निजामुद्दीन में मरकज में तब्लीगी जमात के इज्तमे से लौटे 7 और उनके संपर्क में आए 5 लोग कोरोना संक्रमित हैं. राज्य में जिन जगहों पर मरीजों का क्लस्टर मिला है, वहां कंटेनमेंट एक्शन प्लान अमल में ुुलाया जा रहा है. मुंबई में 519 टीम, पुणे में 439 टीम, नागपुर में 210 टीम घर-घर सर्वे कर रही हैं. अब तक 10 लाख से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया जा चुका है.
महाराष्ट्र में चार सप्ताह बढ़ सकता है लॉकडाउन
महाराष्ट्र सरकार 16 अप्रैल से चार हफ्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा सकती है. कोरोना पीडि़तों का आंकड़ा प्रतिदिन इसी तरह सौ-डेढ़सौ के बीच बढ़ता रहा तो महाराष्ट्र सरकार तीसरे स्टेज की पाबंदियां लगा देगी. इस बारे में राज्य सरकार की ओर से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. मुंबई की स्थिति ने सरकार की नींद उड़ा दी है. वह इसलिए कि कोरोना ने चार दिन पहले घनी बस्तियों और झोपडि़यों में प्रवेश कर लिया है. यहां मृत्यु भी दर्ज की जा रही है.
इसके अलावा कोरोना दूर-दराज जिलों में भी पहुंच चुका है, लेकिन वहां नियंत्रण में है. सूत्रों ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डों को बंद किए हुए ढाई से तीन हफ्ते हो चुके हैं. अब विदेशों से हमारे यहां कोई नहीं आ रहा है. इसके बावजूद मुंबई, उपनगरों, पुणे और अन्य इलाकों में मरीज बढ़ते जा रहे हैं. सरकार और प्रशासन का एक तबका यह स्वीकार कर रहा है कि लॉकडाउन का जो अपेक्षित प्रभाव होना चाहिए था, दिखाई नहीं दे रहा है.
इसमें कोई संदेह नहीं कि दो-चार प्रतिशत लोग लॉकडाउन को अभी भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. सब्जियों के लिए जुटने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय स्तर पर भरसक प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है. इस बीच, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आज के अपने बयान में संकेत दे दिया है कि लोगों को और कुछ दिन घरों में रहना पड़ेगा. उनके मुताबिक वर्तमान समय में राज्य के सामने दो चुनौतियां आसन्न हैं. पहली, कोरोना का खात्मा और दूसरी, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना. यदि लोगों ने घरों में रहकर कोरोना के फैलाव को रोका तो इन चुनौतियों से आसानी से निपटा जा सकता है. इसलिए सभी के सहयोग की जरूरत है.