Coronavirus: चार साल से बन रहा था एक मेडिकल कॉलेज, कोरोना के खतरे ने चार दिन में बना दिया इसे अस्पताल
By विनीत कुमार | Published: April 7, 2020 09:08 AM2020-04-07T09:08:19+5:302020-04-07T09:37:21+5:30
Coronavirus: केरल में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 13 और मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इससे पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 266 हो गयी है।
केरल के कासरगोड जिले में एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण पिछले चार साल से चल रहा था। इसके लिए शिलान्यास साल 2013 में हुआ और तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी जबकि निर्माण कार्य 2016 में शुरू हुए। इस मेडिकल कॉलेज के अभी चार मंजिला प्रशासनिक ब्लॉक ही बन पाए थे। हालांकि, कोरोना वायरस के संकट के बीच केवल चार दिन में इसे कोविड-19 के लिए अस्पताल में तब्दील कर दिया गया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इस निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का प्रशासनिक ब्लॉक अब अस्पताल का रूप ले चुका है जबकि पिछले ही हफ्ते बिल्डिंग में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकी। यही नहीं, करीब 7 करोड़ के उपकरण भी लगा दिए गए हैं।
बता दें कि कासरगोड में 128 कोरोना का मामले सामने आ चुके हैं और यह संख्या केरल में कुल कोरोना मरीजों की संख्या का आधा है। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच कर्नाटक की सीमा भी बंद है और ऐसे में जिले में स्वास्थ्य संबंधित मूलभूत व्यवस्थाओं पर अत्यधिक भार आ गया है। पहले चरण में इस अस्पताल में 200 बेड और 10 आईसीयू लगाया जा रहा है। वहीं, जल्द ही 100 अन्य बेड और 10 आईसीयू और स्थापित किए जाएंगे।
बता दें कि केरल में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 13 और मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इससे पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 266 हो गयी। प्रदेश के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यह जानकारी दी। इन नए मामलों में दो लोग ऐसे हैं जो पिछले दिनों दिल्ली में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
कासरगोड राज्य में सबसे अधिक प्रभावित जिला है जहां नौ नए मामले सामने आए। इसके अलावा मलप्पुरम में दो मामले सामने आए। केरल में अब तक कुल 327 मामले सामने आए हैं जिनमें 59 लोग ठीक हो चुके हैं। इस बीमारी के कारण दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।