कोरोना वायरस: बिहार में खाड़ी देशों से लौटे 4000 से ज्यादा लोग, सिर्फ 500 का हुआ कोविड-19 टेस्ट
By निखिल वर्मा | Published: April 2, 2020 12:40 PM2020-04-02T12:40:33+5:302020-04-02T12:40:33+5:30
बिहार में अब तक कोरोना वायरस के 24 मरीज मिले हैं. राज्य में कोविड-19 से पहली मौत कतर से लौटे व्यक्ति की हुई थी. इसके बावजूद राज्य में खाड़ी देशों से लौटे लोगों के बहुत कम टेस्ट हुए हैं.
बिहार में कोरोना वायरस से पहले व्यक्ति की मौत खाड़ी देश कतर से लौटे 38 वर्षीय व्यक्ति की हुई। मृतक से 11 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। लेकिन बिहार सरकार तीन महीनों में गोपालगंज और सीवान में खाड़ी देशों से लौटे 4169 लोगों में सिर्फ 500 लोगों का ही कोरोना वायरस टेस्ट करवाया है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, मंगलवार (31 मार्च) को गोपालगंज में एक व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसके परिवार के 16 सदस्यों का ब्लड सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजा गया है और घर को सेनेटाइज किया गया है। गोपालगंज में खाड़ी देशों से 3181 लोग वापस आए हैं। गोपालगंज प्रशासन के एक सूत्र ने बताया, चूंकि टेस्ट किट नहीं आए हैं, इसलिए परीक्षण नहीं हो पाया है। टेस्ट किट सिर्फ 28 मार्च को आया और हमलोग सैंपल 29 मार्च से अब तक 350 से ज्यादा सैंपल एकत्र कर चुके हैं। पिछले दो-तीन हफ्तों से ये सभी लोग अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। हमें यकीन नहीं हैं कि वह सेल्फ क्वारंटाइन का पालन कर रहे होंगे।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा, अगले 10 दिनों में खाड़ी देशों से आने वाले पॉजिटिव लोगों की स्पष्ट तस्वीर मिलेगी। जब तक हमें सभी रिपोर्ट नहीं मिल जाती, हमने उन इलाकों को सैनेटाइज किया है जहां ये लोग रह रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती पॉजिटिव केसों के मामले में परिवार वालों और परिचितों से मिलेगी, जिनसे खाड़ी देशों से लौटे लोग मिले हैं। सीवान में अब तक 988 लोग खाड़ी से लौटे हैं और जिला प्रशासन ने 140 लोगों के नमूने लिए हैं। सीवान सदर हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने खाड़ी देशों से वापस आकर रहने वालों के इलाकों की पहचान कर ली है लेकिन उसकी निगरानी मुश्किल है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा है कि राज्य में सबसे बड़ी चुनौती खाड़ी देशों से आए हुए लोग हैं। उन्होंने कहा, चूंकि वे अब स्थानीय आबादी के साथ घुलमिल गए हैं और अन्य राज्यों के प्रवासी भी लौट रहे हैं तो ट्रिपल टी का फॉर्मूला कारगर होगा। ट्रिपट टी यानि ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट।
बिहार सरकार ने 1 मार्च से विदेश से वापल लौटे लोगों का कोरोना टेस्ट करेगी। हवाईअड्डों के सूत्रों के अनुसार फरवरी के बाद से 10 हजार लोगों के विदेश यात्रा का रिकॉर्ड है और 95 फीसदी इनमें से खाड़ी देश गए हुए थे। बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण के तीन अन्य मामलों की पुष्टि होने के बाद प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बुधवार (1 अप्रैल) को बढ़कर 24 हो गई।
बिहार में अबतक तक कोरोना वायरस के 1349 संदिग्ध नमूनों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 24 व्यक्ति जांच में संक्रमित पाए गए। कोरोना वायरस से संक्रमित, मुंगेर निवासी एक मरीज की 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गयी थी। कतर से लौटे मुंगेर निवासी इस मरीज के संपर्क में बीते दिनों में 64 व्यक्ति आए थे जिनमें से 55 के नमूने जांच के लिए आरएमआरआई में भेजे गये थे। 55 में से 11 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट में कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि हुई है।