गुजरात में कोरोना से मृत्यु दर सबसे अधिक, आंकड़ों से जानिए और किन राज्यों में घातक दिख रहा है वायरस
By हरीश गुप्ता | Published: June 18, 2020 07:44 AM2020-06-18T07:44:38+5:302020-06-18T07:53:08+5:30
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि, विशेषज्ञ बताते हैं कि भारत में कोरोना से होने वाली मृत्यु की दर वैश्विक औसत से बहुत कम है।
विशेषज्ञों के मुताबिक भारत में कोविड-19 के संक्रमण से मृतकों की संख्या में लगातार वृद्धि और उसमें एक दिन में अचानक 2003 का इजाफा चिंता का विषय नहीं है। राज्य सरकारों ने अदालत तथा केंद्र से फटकार मिलने के बाग अपने आंकड़ों को दुरुस्त किया जिससे मृतकों की संख्या एक दिन में इतनी ज्यादा बढ़ी हुई दिखाई दे रही है। बुधवार के आंकड़ों के अनुसार देश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की मृत्यु दर गुजरात में सबसे ज्यादा है।
'लोकमत समाचार' द्वारा गत 17 दिनों के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि भारत में कोविड-19 से दम तोड़ने वालों की संख्या वैश्विक औसत से बहुत कम है। बुधवार को मृतकों का प्रतिशत 3.36 था। शेष दिनों में वह औसतन तीन प्रतिशत के नीचे ही रहा।
आंकड़ों के अध्ययन से यह भी स्पष्ट हुआ कि 31 मई को भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के संक्रमण से मृतक संख्या 2.83 प्रतिशत (5164 मौतें) थी, जबकि वैश्विक औसत 5.99 प्रतिशत (3,72,067) था। 15 जून को भारत में मृतकों की औसत दर थोड़ी बढ़कर 2.86 प्रतिशत (9520) पर पहुंच गई।
इस अवधि में दुनिया में 5.46 प्रतिशत (4,33,655) लोगों ने संक्रमण के कारण दम तोड़ा। 17 जून को मरने वालों का प्रतिशत 3.36 हो गया जबकि वैश्विक औसत 5.40 प्रतिशत दर्ज किया गया। अध्ययन से एक चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है। देश में 17 जून को गुजरात में सबसे ज्यादा 6.23 प्रतिशत संक्रमितों ने दम तोड़ा।
महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 4.88 प्रतिशत तथा दिल्ली में 4.11 प्रतिशत था। तमिलनाडु में 17 जून को मृत्यु दर सबसे कम 1.09 प्रतिशत रही। वास्तव में गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु तथा अन्य प्रदेशों में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, मगर 20 अप्रैल को मृत्यु दर 4.54 प्रतिशत थी जो घटने लगी है।
कुछ राज्यों में वायरस अधिक घातक दिख रहा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गत माह कहा था कि लोगों को वायरस से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि भारत में ये वायरस अधिक घातक नहीं है। उधर विशेषज्ञों का कहना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि भारत में संक्रमण अपने चरम स्तर तक नहीं पहुंचा है। देश के 36 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के सिर्फ सात राज्यों के 10 शहरों में ही हालात चिंताजनक हैं। कुछ राज्यों में वायरस घातक नजर आ रहा है।