Coronavirus: लॉकडाउन में सभी कर्मचारियों को पूरा वेतन-भत्ता देना होगा, महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला
By निखिल वर्मा | Published: April 1, 2020 12:02 PM2020-04-01T12:02:29+5:302020-04-01T13:35:13+5:30
भारत में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है. यहां 320 कोविड-19 के केस सामने आए हैं और 12 लोगों की मौत हुई है.
केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार उद्धव ठाकरे सरकार ने मंगलवार (31 मार्च) को सभी प्राइवेट कंपनियों, कारखानों और दुकानों के मालिकों को आदेश दिया है कि वह अपने कर्मचारियों के मजदूरी में कटौती ना करें। इस कदम का उद्देश्य कोविड-19 की वजह से देशव्यापी लॉकडाउन से प्रभावित मजदूरों को राहत प्रदान करना है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, मुख्य सचिव अजॉय मेहता ने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के सेक्शन 24 के तहत आदेश किया है। आदेश के अनुसार, प्राइवेट संस्थान, कारखाने और कंपनियों और दुकानें के दैनिक वेतन भोगी मजदूर सहित सभी श्रमिकों जो कोविड-19 से प्रभावित हुए हैं या घर पर रहे हैं, उन्हें ड्यूटी पर माना जाना चाहिए। उन्हें पूरी मजदूरी और भत्ते का भुगतान किया जाना चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार ने पलटा अपना फैसला
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों समेत निर्वाचित प्रतिनिधियों को मार्च महीने का पूरा वेतन नहीं दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार से बकाया राशि न मिलने के कारण यह फैसला लेना पड़ा। इससे पहले अजित पवार ने कहा था कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले भार को देखते हुए वेतन में साठ प्रतिशत की कटौती की जाएगी। बाद में जारी किए गए सरकारी आदेश में कहा गया कि बकाया वेतन बाद में दिया जाएगा। पवार ने कहा कि वित्त वर्ष के अंतिम दिन मंगलवार तक केंद्र सरकार की ओर से 16,654 करोड़ की बकाया राशि प्राप्त नहीं हुई है इसलिए दो किस्त में वेतन देने का निर्णय लेना पड़ा. उन्होंने कहा, “यदि बकाया राशि मिल जाती तो एक किस्त में ही वेतन दे दिया जाता।”
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से दो और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 12 हुई
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के संक्रमण से दो और लोगों की मौत होने से राज्य में इस महामारी से मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मुम्बई के 75 वर्षीय एक व्यक्ति और पालघर निवासी 50 वर्षीय एक व्यक्ति की इस वायरस से मौत हो गई। अधिकारी ने बताया, ‘‘75 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत यहां मंगलवार को हुई। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे है कि इस व्यक्ति ने किन स्थानों की यात्रा की और वह किन लोगों के संपर्क में आया।’’
उन्होंने बताया कि पालघर का रहने वाला व्यक्ति कहीं यात्रा पर नहीं गया था। आदिवासी बहुल जिले में कोरोना वायरस से यह पहली मौत है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल 320 मामले सामने आए हैं और 12 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 39 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है।