कोरोना खौफ: राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षकों का आंसर शीट जांचने से इनकार
By धीरेंद्र जैन | Published: May 23, 2020 12:45 AM2020-05-23T00:45:13+5:302020-05-23T00:45:13+5:30
आरयू ने परीक्षाओं के बाद से ही काॅपियों के मूल्यांकन के लिए 50 से अधिक शिक्षकों की स्वीकृति मांगी थी। इनमें से आधे से भी कम ने रूचि दिखाई है और महज 20 शिक्षकों ने काॅपियां जाचंने के लिए सहमति दी है।
राजस्थान विश्वविद्यालय (आरयू) के शिक्षकों में कोरोना का भय इस प्रकार बढ़ता जा रहा है कि वे कोरोना संक्रमण से पहले हो चुकी परीक्षाओं की आंसर शीट जांचने से भी मना कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि लाॅकडाउन के चलते यूजी-पीजी की कई परीक्षाएं अटक गई थी। अतः अब प्रशासन इन परीक्षाओं के आयोजन को लेकर चिंतित दिखाई दे रहा है। कोरोना को लेकर व्याप्त कई तरह की भ्रांतियों ने भी आंसर शीट जांचने की गति कम कर दी है। हालांकि प्रशासन काॅपियों के बंडल को सेनेटाइज कर शिक्षकों के घर भिजवा रहा है।
आरयू ने परीक्षाओं के बाद से ही काॅपियों के मूल्यांकन के लिए 50 से अधिक शिक्षकों की स्वीकृति मांगी थी। इनमें से आधे से भी कम ने रूचि दिखाई है और महज 20 शिक्षकों ने काॅपियां जाचंने के लिए सहमति दी है। अनेकों ने तो काॅपियों से कोरोना फैलने के संदेह के चलते दूरी बना ली है। इसके कारण मूल्यांकन को गति नहीं मिल पाई। लेकिन आगामी दिनों में सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए आरयू प्रशासन केंद्रीय मूल्यांकन की योजना बना रहा है।