Coronavirus: PPE की कमी से चलते डायपर्स पहन इलाज कर रहे हैं डॉक्टर्स और नर्स
By स्वाति सिंह | Published: April 7, 2020 12:30 PM2020-04-07T12:30:58+5:302020-04-07T12:38:00+5:30
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मंगलवार को मृतकों का आंकड़ा 114 हो गया है और कुल संक्रमितों की संख्या 4,421 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 3,981 लोग अब भी संक्रमित हैं, करीब 325 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और एक व्यक्ति विदेश जा चुका है।
बेंगलुरु: भारत सहित दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस से लड़ने के लिए डॉक्टर्स कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। कर्नाटक की बेंगलुरु के सरकारी अस्पताल में पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स (PPE) में डॉक्टर्स और नर्स लगातार 6 से 7 घंटों तक कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इस दौरान डॉक्टर्स और नर्स पानी पीने और वॉशरूम जाने जैसी जरूरी कार्यों से भी बचते हैं।
टाइम ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इलाज के दौरान पहने सूट को दोबारा नहीं पहन सकते, जिसके चलते सभी अडल्ट डायपर्स का इस्तेमाल करते हैं। पीपीई-जो कर्मियों को सिर से पैर तक कवर करता है। इसमें दस्ताने शामिल होते हैं। यह बेहद मोटा है। वहीं अस्पतालों में कोरोना वायरस को रोकने के लिए एसी और पंखे बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर्स और नर्सों को बहुत पसीना आता है। एक स्वास्थ्य कर्मी ने टीओआई को बताया, 'कुछ कर्मियों ने हाइपरहाइड्रोसिस से पीड़ित हो गए हैं। जिसके चलते लोगों के हाथों में बहुत पसीना आता है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कमिश्नर पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि पीपीई की कमी पूरी दुनिया में है। हमारे पास पर्याप्त स्टॉक है और आगे की खरीद के लिए कदम उठाए गए हैं।
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मंगलवार को मृतकों का आंकड़ा 114 हो गया है और कुल संक्रमितों की संख्या 4,421 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 3,981 लोग अब भी संक्रमित हैं, करीब 325 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और एक व्यक्ति विदेश जा चुका है। कुल मामलों में 66 विदेशी नागरिक हैं।