कोरोना वायरस महामारीः पीएम मोदी ने लोगों से की अपील, घरों में ही मनाएं, 'घर पर योग' और 'परिवार के साथ योग'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 18, 2020 07:53 PM2020-06-18T19:53:19+5:302020-06-18T20:27:50+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड-19 के युग में निवारक स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान ज्यादा मजबूत हो जाएगा और यही कारण है कि मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में योग और भी अधिक लोकप्रिय हो जाएगा।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले बृहस्पतिवार को लोगों से अपील की कि वे कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इस बार यह दिवस अपने घरों में ही मनाएं।
इस वर्ष का विषय 'घर पर योग' और 'परिवार के साथ योग' होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महामारी के कारण इसे घर के अंदर ही मनाया जाना चाहिए। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि योग दिवस समारोह बड़े पैमाने पर लोगों के एकत्र होने का अवसर है लेकिन विशेष स्थिति होने के कारण इस वर्ष लोगों को अपने घरों में ही यह दिवस मनाना चाहिए। योग दिवस 21 जून को मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महामारी गतिशीलता को प्रभावित कर सकती है, लेकिन उत्साह को नहीं।
In the post #COVID19 era, the focus on preventive healthcare will get stronger and that is why I am confident that yoga will become even more popular: Prime Minister Narendra Modi on #YogaDay2020pic.twitter.com/LFxAPehKpf
— ANI (@ANI) June 18, 2020
अमेरिका के लोग डिजिटल तरीके से मनाएंगे योग दिवस
अमेरिका के टेक्सास और आसपास के स्थित राज्यों के बड़ी संख्या में लोग 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर अपने घरों में ही योग की विभिन्न मुद्राओं को करने की तैयारी कर रहे हैं। योग गुरु बाबा रामदेव अमेरिकी लोगों को ऑनलाइन कार्यक्रम में विभिन्न आसनों, प्राणायाम और ध्यान लगाने की विधि के साथ-साथ योग के सामान्य नियमों के बारे में बताएंगे।
यहां वाणिज्य दूतावास ने बताया कि सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक होने वाले इस दो घंटे के कार्यक्रम की शुरुआत ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्य दूत असीम आर महाजन के वक्तव्य से होंगी और इसके बाद योग सत्र का आयोजन होगा जिसका नेतृत्व योग गुरू बाबा रामदेव करेंगे।
ह्यूस्टन में भारतीय महावाणिज्य दूतावास विभिन्न सामुदायिक संगठनों के साथ मिलकर यह ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। टेक्सास के अलावा आसपास के राज्यों कंसास, लुइसियाना, ओक्लाहोमा, न्यू मैक्सिको, कोलोराडो और नेब्रास्का के लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। महाजन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘इस साल के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘योग घर पर और योग परिवार के साथ है’ और कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार इस दिवस को डिजिटल मचों पर मनाया जायेगा।’’
भारत को दुनिया का सबसे बड़ा कोयला निर्यातक होना चाहिये: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के पास जितना बड़ा कोयले का भंडार है उस हिसाब से उसे दुनिया का सबसे बड़ा कोयला निर्यातक होना चाहिये। उन्होंने कहा कि अब कोयला खानों को वाणिज्यिक खनन के वास्ते निजी कंपनियों के लिये खोले जाने का कदम इसी लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में उठाया गया है। प्रधानमंत्री 41 कोयला ब्लाकों को वाणिज्यिक खनन के लिये दिये जाने की नीलामी प्रक्रिया का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन करने के अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने इसे देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उठाया गया कदम बताया। इन कोयला ब्लाकों की नीलामी से सरकार को देश में अगले पांच से सात साल में 33,000 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश की उम्मीद है। साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कोरोना वायरस संकट को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘भारत कोरोना से लड़ेगा भी, जीतेगा भी और आगे बढ़ेगा भी।
भारत इसे बड़ी आपदा समझ कर रोते या बैठे रहने के पक्ष में नहीं है। बल्कि इसे अवसर में बदलने के लिए कृतसंकल्प है। कोरोना के इस संकट ने भारत को आत्मनिर्भर बनने का सबक भी दिया है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज हम सिर्फ वाणिज्यिक खनन के लिए कोयला ब्लाकों की नीलामी प्रक्रिया की शुरुआत नहीं कर रहे हैं। बल्कि कोयला क्षेत्र को ‘दशकों के लॉकडाउन’ से भी बाहर निकाल रहे हैं।’’
भारत में कारोबारी गतिविधियां हो रही सामान्य, बढ़ रही है खपत, मांग: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में कारोबारी गतिविधियां अब तेजी से सामान्य हो रही हैं। घरेलू अर्थव्यवस्था में खपत और मांग की स्थिति कोविड-19 से पहले के स्तर पर पहुंच रही है। कोयला खानों की निजी क्षेत्र को वाणिज्यिक खनन के लिये नीलामी की शुरुआत के मौके पर मोदी ने कहा कि बिजली, ईंधन तथा उपभोग की अन्य चीजों के वृहद आंकड़ों से पता चलता है कि कारोबारी गतिविधियां तेजी से सामान्य स्तर पर पहुंच रही हैं। देश में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से एक लंबा लॉकडाउन लागू किया गया।
विभिन्न चरणों में यह लॉकडाउन जून तक जारी रहा। इससे उपभोक्ता खपत बुरी तरह प्रभावित हुई। साथ ही यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में बड़ी गिरावट आएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के नियमों में ढील के बाद कारोबारी गतिविधियां तेजी से सामान्य स्तर की ओर लौट रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘खपत और मांग तेजी से कोविड-19 से पूर्व के स्तर की तरफ बढ़ रही है।’’ मोदी ने उदाहरण देते हुए कहा कि बिजली और ईंधन की मांग बढ़ी है, यह अर्थव्यवस्था में सुधार के कई संकेतकों में से एक है। उन्होंने कहा कि मई के अंतिम सप्ताह और जून के पहले सप्ताह के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों की मांग भी काफी बढ़ी है।
मोदी ने कहा कि अप्रैल की तुलना में ई-वे बिलों में करीब 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सड़क और राजमार्गों पर जून में टोल संग्रह कोविड-19 से पहले यानी फरवरी के 70 प्रतिशत पर पहुंच गया। वहीं अप्रैल की तुलना मई में रेलवे की माल ढुलाई में भी 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मूल्य और मात्रा दोनों के हिसाब से डिजिटल लेनदेन बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘ये जितने भी संकेतक हैं, वे भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से पटरी पर लौटने की ओर इशारा करते हैं।’’