Coronavirus: दिल्ली में मामले 2,000 के पार, 45 लोगों की मौत, सीएम केजरीवाल ने कहा- नहीं दी जाएगी लॉकडाउन से राहत
By भाषा | Published: April 20, 2020 05:44 AM2020-04-20T05:44:55+5:302020-04-20T05:44:55+5:30
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार कम से कम एक सप्ताह तक लॉकडाउन में कोई छूट नहीं देगी क्योंकि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 110 नए मामले आने के साथ संक्रमित लोगों की संख्या रविवार को बढ़ कर 2,003 पहुंच गई। शहर में रविवार को संक्रमण से दो लोगों की मौत भी हुई। दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से अभी तक कुल 45 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 25 मरीज 60 वर्ष से ज्यादा आयु के थे। अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में 10 लोगों की आयु 50 से 59 वर्ष के बीच थी, जबकि 10 अन्य की आयु 50 वर्ष से कम थी।
शनिवार की रात तक शहर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1,893 थी और 43 लोगों की इससे मौत हुई थी। वहीं, दिल्ली के 78 निषिद्ध क्षेत्रों में शामिल तुगलकाबाद एक्सटेंशन में आज कोरोना वायरस संक्रमण के 35 नए मामले सामने आये। अगर संक्रमित लोगों की संख्या के आधार पर देखें, तो राष्ट्रीय राजधानी में यह इलाका वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पूर्व) आर.पी. मीणा ने बताया, ‘‘कोरोना वायरस से संक्रमण के 35 नए मामले आने के बाद तुगलकाबाद की कुछ और गलियों को सील कर दिया गया है।’’ उन्होंने बताया कि गली संख्या 24 से 28 के कुछ मकानों को पूरी तरह सील कर दिया गया है। मीणा ने कहा कि पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि निषिद्ध क्षेत्र में कोई बाहर ना निकले, सिर्फ अनुमति प्राप्त लोगों को ही आने-जाने की अनुमति होगी।
दिल्ली में अभी भी फैल रहा है कोरोना वायरस संक्रमण, नहीं दी जाएगी लॉकडाउन से राहत : केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार कम से कम एक सप्ताह तक लॉकडाउन में कोई छूट नहीं देगी क्योंकि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस संकट से निपटने के दौरान ‘‘सबसे ज्यादा मार राष्ट्रीय राजधानी ने ही झेली है।’’ जिन लोगों में लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, उनमें संक्रमण की पुष्टि होने का उदाहरण देते हुए केजरीवाल ने कहा कि हाल में जो 736 नमूने एकत्रित किए गए, उनमें से 186 लोगों में शनिवार को संक्रमण की पुष्टि हुई और इनमें से किसी में लक्षण नजर नहीं आ रहे थे। इन लोगों को भी पता नहीं था कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
हालांकि, केजरीवाल ने लोगों को आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और सरकार एक हफ्ते बाद फिर से स्थिति का आकलन करेगी और देखेगी कि क्या छूट दी जा सकती है। दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक सरकार 27 अप्रैल को स्थिति की समीक्षा करेगी।
आदेश में कहा गया है, ‘‘कोविड-19 पर स्थिति की समीक्षा की गई और वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, व्यापक जनहित में यथा-स्थिति बनाए रखना जरूरी लगता है।’’ दिल्ली सरकार ने शनिवार को एक आदेश जारी कर अपने सभी दफ्तरों के कामकाज में यथा-स्थिति बनाए रखने को कहा था। दिल्ली सरकार में 70 विभाग हैं जिनके 1,500 कार्यालय हैं। इसबीच, केन्द्र सरकार में उप सचिव स्तर और उससे ऊपरी रैंक के सभी अधिकारी सोमवार से कार्यालय आना शुरू करेंगे।
केजरीवाल ने ऑनलाइन प्रेस वार्ता को संबोधित करते पिछले महीने निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम और विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में यात्रियों के यहां आने को वायरस के प्रसार का कारण बताया। उन्होंने कहा, “दिल्ली इन दिनों मुश्किल जंग लड़ रही है। देश की राष्ट्रीय राजधानी होने के कारण, विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में लोग यहां आए। दिल्ली को अन्य देशों से आने वाले अधिकतर यात्रियों का दंश झेलना पड़ा।
दिल्ली को निजामुद्दीन मरकज में हुए कार्यक्रम का भी परिणाम भुगतना पड़ा है।” केजरीवाल ने विदेश से आए लोगों के संदर्भ में कहा, ‘‘सबसे ज्यादा मार दिल्ली को झेलनी पड़ी।’’ लॉकडाउन के कारण लोगों को आ रही दिक्कतों को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लॉकडाउन की वजह से अनेक लोग दिक्कतों का सामना कर रहे हैं... हम भी इसमें राहत देना चाहते हैं। लेकिन अगर हम छूट देते हैं और स्थिति बिगड़ती है जिससे अस्पतालों में आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की कमी होती है तथा लोगों की जान जाने लगती है तो हम खुद को माफ नहीं कर पाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर लॉकडाउन नहीं हुआ होता तो हमारी हालत भी इटली और स्पेन जैसी होती।’’ केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली में देश की दो प्रतिशत आबादी रहती है, लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 12 प्रतिशत मामले यहां हैं। दिल्ली सरकार द्वारा शहर में कई नए निषिद्ध क्षेत्रों की घोषणा की गई है, इसके साथ कुल निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 78 हो गई है। इसी के मद्देनजर लॉकडाउन में ढील नहीं देने का फैसला लिया गया है। शहर में अभी तक करीब 1,900 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
निषिद्ध क्षेत्रों में लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं है और उनके घरों तक जरूरी सामान सरकार पहुंचाती है। जिन लोगों में लक्षण नहीं दिखे हैं, इसके बावजूद उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, के संदर्भ में केजरीवाल ने कहा, “हमने जब उनमें से एक से बात की तो उसने कहा कि वह लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा चलाए जा रहे खाद्य केंद्र पर भोजन देने का काम कर रहा था। मैंने उस केंद्र पर गए सभी लोगों की त्वरित जांच के आदेश दिए। हम पूरे शहर में सरकार संचालित केंद्रों में भोजन वितरित करने का काम कर रहे सभी लोगों की त्वरित जांच भी कराएंगे।” उन्होंने इससे पहले कहा था कि उनकी सरकार राष्ट्रीय राजधानी में करीब 10 लाख लोगों को रोजाना भोजन उपलब्ध करा रही है।