Coronavirus Cases: दिल्ली कैंसर संस्थान के डॉक्टर, 9 पैरामैडिकल कर्मियों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि, कुल केस 18
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 7, 2020 05:23 PM2020-04-07T17:23:55+5:302020-04-07T20:33:42+5:30
अधिकारी ने कहा, “सोमवार को दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में एक डॉक्टर और नौ पैरामैडिकल कर्मियों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई। इस अस्पताल में संक्रमण के मामलों की संख्या 18 हो गई है।”
नई दिल्लीः दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान (डीएससीआई) के कई कर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संस्थान के बाह्य रोगी विभाग को बंद कर दिया गया है और यहां भर्ती मरीजों को अस्थाई तौर पर एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दो चिकित्सक और 16 अर्ध चिकित्साकर्मी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि चिकित्साकर्मी संक्रमण की चपेट में कैसे आए क्योंकि कैंसर संस्थान में कोविड-19 के मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा,‘‘अभी तो हमने ओपीडी बंद कर दी है लेकिन आईपीडी सेवा चालू है, मरीजों को पास के एक अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है ताकि पूरे परिसर को संक्रमण मुक्त किया जा सके।’’ उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में दो दिन लगेंगे और इसके बाद मरीजों को वापस लाया जाएगा। इससे पहले सोमवार को एक अन्य अधिकारी ने बताया था कि अस्पताल के 24 चिकित्साकर्मियों को घरों में पृथक-वास में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में सोमवार को डॉक्टर और नौ पैरामैडिकल कर्मियों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है जिसके बाद इस सरकारी अस्पताल में संक्रमण के मामलों की संख्या 18 हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अस्पताल के 24 स्वास्थ्य कर्मचारियों को घर में पृथक रहने के लिए कहा गया है। अधिकारी ने कहा, “सोमवार को दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में एक डॉक्टर और नौ पैरामैडिकल कर्मियों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई। इस अस्पताल में संक्रमण के मामलों की संख्या 18 हो गई है।”
हाल ही में अस्पताल के एक डॉक्टर और सात स्वास्थ्यकर्मियों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई थी। सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 पर कहा था कि दिल्ली सरकार जांच की क्षमता बढ़ाएगी ताकि संक्रमित लोगों की पहचान कर जल्द से जल्द उन्हें पृथक किया सके।