Coronavirus के चलते अर्धसैनिक बलों ने उठाया कदम, घर पर मौजूद जवानों से मांगी रोजाना ‘लाइव लोकेशन’
By भाषा | Published: March 30, 2020 06:40 PM2020-03-30T18:40:40+5:302020-03-30T18:40:40+5:30
सभी सीएपीएफ को रोजाना व्हाट्सएप डाटा जुटाने के लिए कहा गया है। अर्धसैनिक बलों में आईटीबीपी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षाबल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल और सशस्त्र सीमा बल शामिल हैं।
अर्धसैनिक बलों ने दो जवानों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद निर्देश दिया है कि घर से काम कर रहे या छुट्टी पर चल रहे अधिकारियों और जवानों की रोजाना ‘लाइव लोकेशन’ हासिल की जानी चाहिए, ताकि कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके।
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सीमा की सुरक्षा में तैनात भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने पहल करते हुए कुछ दिन पहले सभी टीम प्रमुखों को निर्देश दिए थे कि ‘लाइव लोकेशन’ हासिल करने का काम रोजाना किया जाए और रोज सुबह दस बजे तथा शाम चार बजे दिल्ली मुख्यालय में दो बार अनुपालन रिपोर्ट भेजी जाए।
बल ने आदेश दिया है कि इस काम में लगाए गए एक वरिष्ठ अधिकारी को हर सुबह घर से काम करने वाले या छुट्टी पर गए कर्मियों को फोन करना चाहिए और इस उद्देश्य के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर उन्हें ‘लाइव लोकेशन’ भेजने को कहा जाए। इस निर्देश की प्रति पीटीआई के पास उपलब्ध है।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएएफपी) के एक शीर्ष कमांडर ने कहा, ‘‘इसका उद्देश्य है कि कोई भी कर्मी अपनी छुट्टियों का दुरुपयोग नहीं करे और घरों में रहे। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन को कड़ाई से लागू करने में मदद मिलेगी और बल की श्रमशक्ति का इस्तेमाल कोरोना वायरस से लड़ने में किया जा सकेगा।’’
उन्होंने कहा कि अभी तक उल्लंघन का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन इन बलों की खुफिया एवं निगरानी शाखाओं ने रिपोर्ट दी है कि बल के कर्मी आधिकारिक आईडी कार्ड, यूनिफॉर्म या सरकारी वाहनों का दुरुपयोग छुट्टी के दौरान अपने घर या परिवार के सदस्यों के यहां जाने में कर सकते हैं और इसे रोका जाना जरूरी है। सभी सीएपीएफ को रोजाना व्हाट्सएप डाटा जुटाने के लिए कहा गया है। अर्धसैनिक बलों में आईटीबीपी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षाबल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल और सशस्त्र सीमा बल शामिल हैं।