PM से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बोले नीतीश कुमार, डॉक्टरों के लिए मांगी 5 लाख PPE किट, केवल 4000 मिलीं
By रामदीप मिश्रा | Published: April 3, 2020 08:55 AM2020-04-03T08:55:01+5:302020-04-03T08:55:01+5:30
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिये अगले कुछ सप्ताह तक लोगों की जांच करने, संक्रमितों का पता लगाने, उन्हें अलग थलग रखने जैसे उपायों पर ध्यान देने को कहा ताकि जीवन का नुकसान कम से कम हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए अगले कुछ सप्ताह तक जरूरी कदम उठाने के लिए कहा। इस बीच एनडीए के सहयोगी नीतीश कुमार के पास शिकायतों की एक लंबी सूची थी। इस सूची में कोरोना से लड़ने वाले डॉक्टरों के स्वास्थ्य से संबंधित शिकायतें थीं।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्रियों की ओर से कहा गया है कि डॉक्टरों की सुरक्षा से संबंधित चीजों की कमी देखी जा रही है। कॉन्फ्रेंस के दौरान नीतीश कुमार ने यह विश्वास भी जताया कि देश "सभी चुनौतियों को पार करेगा और महामारी को परास्त करेगा"। इस टिप्पणी का पीएम मोदी ने समर्थन करते हुए कहा कि 'आपके मुंह में घी शक्कर'।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कॉन्फ्रेंस के बाद नीतीश सरकार की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति जारी की गई और बताया गया कि मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से कहा, 'हमने 5 लाख पीपीई किट की मांग की, लेकिन 4000 मिलीं। 10 लाख एन -95 मास्क की हमारी मांग थी, लेकिन हमें सिर्फ 10,000 मिले। हमने 10 लाख पीएल मास्क मांगे, लेकिन सिर्फ 1 लाख मिले। 10,000 आरएनए एक्ट्रेक्शन किट की मांग की, हालांकि बिहार को 250 मिले।' उन्होंने कहा कि उनके राज्य ने भी 100 वेंटिलेटर के लिए कहा था, एक भी नहीं मिला।
वही, प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिये अगले कुछ सप्ताह तक लोगों की जांच करने, संक्रमितों का पता लगाने, उन्हें अलग थलग रखने जैसे उपायों पर ध्यान देने को कहा ताकि जीवन का नुकसान कम से कम हो। उन्होंने लॉकडाउन समाप्त होने के बाद सड़कों पर लोगों की आवाजाही 'क्रमबद्ध ढंग' से सुनिश्चित करने के बारे में राज्यों से साझा रणनीति बनाने को भी कहा।
पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना वायरस संक्रमण एवं मौत के मामलों में वृद्धि होने के बीच प्रधानमंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये संवाद में कहा कि इससे निपटने के लिये युद्ध स्तर पर काम करना, वायरस के ज्यादा संक्रमण प्रभावित क्षेत्र (हॉटस्पॉट) की पहचान करना एवं उन्हें घेरे में लेना और वायरस को फैलने से रोकना अत्यंत आवश्यक है।
आपको बता दें, देश में कोरोना वायरस के लगभग 400 ऐसे मामलों का पता चला है कि जिनका संबंध तबलीगी जमात के इज्तिमे (धार्मिक कार्यक्रम) से हो सकता है। देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 328 नये मामले आए हैं और 12 लोगों की मौत हुई है। भारत में अब कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,965 हो गई है।