Coronavirus Alert: कभी खत्म नहीं हो सकता कोरोना वायरस, चीन के शीर्ष वैज्ञानिकों ने दिया चौंका देने वाला बयान
By गुणातीत ओझा | Published: April 29, 2020 09:50 AM2020-04-29T09:50:13+5:302020-04-29T09:50:13+5:30
चीन के शीर्ष वैज्ञानिकों ने कहा है कि Sars-Cov-2 जो कोरोनो वायरस बीमारी (Covid-19) का कारण है, उसे रोका नहीं जा सकता। यह फ्लू जैसे मौसमी संक्रमण की तरह भविष्य में भी लोगों को बीमार करता रहेगा।
पूरी दुनिया में फैल चुकी कोरोना महामारी कब खत्म होगी? कैसे खत्म होगी? इसकी वैक्सीन कब तक बनेगी? ऐसे ही कई सवाल हैं, जिसका जवाब सब जानना चाहते हैं। ऐसे में चीन के शीर्ष वैज्ञानिकों ने कहा है कि Sars-Cov-2 जो कोरोनो वायरस बीमारी (Covid-19) का कारण है, उसे रोका नहीं जा सकता। यह फ्लू जैसे मौसमी संक्रमण की तरह भविष्य में भी लोगों को बीमार करता रहेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुमानों के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 3,00,000 से 6,50,000 लोग मौसमी फ्लू का शिकार होते हैं।
ब्लूमबर्ग न्यूज ने चीन के शीर्ष चिकित्सा अनुसंधान संस्थान पैथोजन बायोलॉजी के निदेशक जिन की के हवाले से बताया है कि भविष्य में कोरोना वायरस महामारी मौसमी फ्लू की तरह लंबे समय तक इंसानों को संक्रमित कर सकती है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज के निदेशक एंथोनी फौसी सहित कई वैज्ञानिकों ने कहा है कि सर्दियों में नए कोरोनो वायरस से बहुत ज्यादा संख्या में लोगों के संक्रमित होने की संभावना है।
भारत के स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी इस बात से सहमत हैं कि Sars-Cov-2 की समस्या लंबे समय तक बनी रहेगी। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ गांधीनगर के निदेशक डॉक्टर दिलीप मावलंकर ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इस वायरस के संक्रमण की फैलने की प्रवृति बहुत तेज है। इससे संक्रमित कई लोगों में इसके लक्षण नहीं दिखाई देते, लेकिन उनके संपर्क में आने वाले व्यक्ति संक्रमित हो जा रहे हैं। एनएसीओ के पूर्व स्वास्थ्य सचिव जेवीआर प्रसाद राव ने कहा कि नवंबर में कोरोना वायरस का दूसरे फेज़ शुरू हो सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से सोशल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क और हाथ धोना भी एक सामाजिक सच्चाई बन जाएगी, जब तक कि हमें वैक्सीन नहीं मिल जाती है।
चीनी वैज्ञानिकों ने यह भी कहा कि गर्म मौसम का इस वायरस पर ज्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। पेकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट हॉस्पिटल के वांग गुईकियांग ने कहा, "गर्मी का इस वायरस पर असर जरूर पड़ेगा, लेकिन जब यह 56 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा। मौसम इस तापमान तक कभी नहीं जाता।"