दिल्ली में कोरोना एक्टिव 77.8 फीसदी लोग होम क्वारंटाइन, उपराज्यपाल ने रोगियों के उपचार में लापरवाही पर सख्ती बरतने के दिए निर्देश
By एसके गुप्ता | Published: June 12, 2020 09:12 PM2020-06-12T21:12:28+5:302020-06-12T21:12:28+5:30
Coronavirus: उपराज्यपाल अनिल बैजल ने जिला अधिकारी और पुलिस उपायुक्तों को निर्देश दिए कि आरडब्ल्यूए, एमटीएएस और स्वयंसेवकों के सहयोग से कन्टेनमेंट जोन में बेहतर प्रबंधन और संक्रमण निवारण उपायों को लागू किया जाए।
नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के कुल 34,867 मामले हैं। इनमें से 12,731 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इनके अलावा दिल्ली में एक्टिव रोगियों में से 77.8 फीसदी कोरोना संक्रमित लोग होम आइसोलेशन में हैं। राजनिवास में अधिकारियों की ओर से आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। जिसमें जानकारी दी गई कि दिल्ली में कुल 242 एक्टिव कंटेनमेंट जोन हैं।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने हर जिले के डीएम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कंटेनमेंट जोन और अस्पतालों में रोगियों के उपचार में किसी तरह की लापरवाही पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वह यह सुनिश्चि करें कि हर अस्पताल अपने एलईडी बोर्ड पर बेड की उपलब्धता और कोरोना उपचार के खर्च का ब्यौरा जारी करे। इसके अलावा जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाएं अवश्य उपलब्ध हों।
अनिल बैजल ने अधिकारियों को दिए निर्देश
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने जिला अधिकारी और पुलिस उपायुक्तों को निर्देश दिए कि आरडब्ल्यूए, एमटीएएस और स्वयंसेवकों के सहयोग से कन्टेनमेंट जोन में बेहतर प्रबंधन और संक्रमण निवारण उपायों को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 मरीजों की एक बड़ी संख्या होम आइसोलशन में है। इन मरीजों की उचित चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के लिए इनकी टेस्टिंग, आवश्यकता पड़ने पर इन्हें कोविड केयर सेंटर या अस्पताल में समय पर शिफ्टिंग की व्यवस्था की जाए। जिससे रोगी को आवश्यकता अनुसार उपचार मिल सके।
'बीमार व्यक्तियों की विशेष रूप से निगरानी की जाए'
उन्होंने संबंधित आधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वरिष्ठ नागरिकों एवं बीमार व्यक्तियों की विशेष रूप से निगरानी की जाए। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव विजय देव के अलावा दिल्ली पुलिस आयुक्त, गृह मंत्रालय भारत सरकार के आपदा प्रबंधन के संयुक्त सचिव, प्रधान स्वास्थ्य सचिव, मंडालायुक्त, विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सभी जिला अधिकारी एवं पुलिस उपायुक्त तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली के कन्टेनमेंट जोन के प्रबंधन रणनीति पर जानकारी ली।
'कोविड-19 के फैलने की श्रृंखला को तोड़ना है'
बैजल ने कहा कि हमारा उद्देश्य कोविड-19 के फैलने की श्रृंखला को तोड़ना है, जिससे रोगियों की संख्या और मृत्युदर कम हो सके। कोविड महामारी से निपटने हेतु हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बेड़ की क्षमता और स्वास्थ्य संसाधनों को बढ़ाना है ताकि मामलों में वृद्धि होने पर हमारी स्वास्थ्य प्रणाली प्रभावित न हो।
'स्वास्थ्य संबंधी उपायों के बारे में जनता को जागरूक करें'
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कन्टेनमेंट जोन के प्रभावी प्रबंधन के लिए उचित परिसीमन, सख्त परिधि नियंत्रण, सघन जन-जागरूकता अभियान के साथ-साथ हाई-रिस्क आबादी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने क्षेत्र के अधिकारियों को सलाह दी कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिए क्षेत्र में गतिशीलता को नियंत्रित करें, सामाजिक दूरी उपाय एवं स्वच्छता सुनिश्चित करें, साथ ही कोरेन्टाइन एवं सम्पर्क तथा स्वास्थ्य संबंधी उपायों के बारे में जनता को जागरूक करें।