Coronavirus Updates: विदेश से दो महीने में लौटे 15 लाख यात्री, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों को लिखा पत्र
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 27, 2020 05:25 PM2020-03-27T17:25:39+5:302020-03-27T17:25:39+5:30
सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में गौबा ने कहा है कि विदेश से लौटे सभी यात्रियों की निगरानी में अंतर या कमी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने की सरकार की कोशिशों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है, क्योंकि अन्य देशों से लौटने वाले लोगों में से कई कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं।
नई दिल्लीः कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्य सरकारों को बताया कि है कि पिछले दो महीने में 15 लाख से ज्यादा लोग विदेश से भारत आए हैं और लौटने वाले यात्रियों तथा कोरोना वायरस संक्रमण के संदेश में वास्तविक रूप से निगरानी में रखे गए लोगों की संख्या में अंतर प्रतीत हो रहा है।
सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में गौबा ने कहा है कि विदेश से लौटे सभी यात्रियों की निगरानी में अंतर या कमी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने की सरकार की कोशिशों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है, क्योंकि अन्य देशों से लौटने वाले लोगों में से कई कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं।
राहुल ने निशंक से शिक्षण संस्थानों में मौजूद छात्रों का खयाल रखने का आग्रह किया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर आग्रह किया कि कोरोना संकट के मद्देनजर देश के शिक्षण संस्थाओं के छात्रावासों में मौजूद छात्रों का खयाल रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएं।
उन्होंने निशंक को लिखे पत्र में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के उन 20 छात्रों का भी उल्लेख किया जो फिलहाल नैनीताल के जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रावास में मौजूद हैं। ये छात्र एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत वायनाड से नैनीताल के नवोदय विद्यालय पहुंचे हैं।
गांधी ने कहा, ‘‘मैंने नैनीताल के नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य से बात की है और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि बच्चों का पूरा खयाल रखा जाएगा।’’ उन्होंने मंत्री से आग्रह किया, ‘‘मंत्रालय आवासीय सुविधा वाले सभी शिक्षण संस्थानों को निर्देश दे कि छात्रों और उनके परिवार वालों के बीच नियमित तौर पर बातचीत करवाई जाए तथा सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।’’