Coronavirus: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक सामने आए 126 मामले
By भाषा | Published: April 3, 2020 07:00 AM2020-04-03T07:00:16+5:302020-04-03T07:00:16+5:30
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने अपनी बुलेटिन में बताया कि अब तक कोरोना संक्रमण के 126 प्रकरण सामने आए हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 126 मामले सामने आए हैं और इनमें से 17 लोग उपचार के बाद ठीक होकर वापस घर लौट चुके हैं। बात तबलीगी जमात की करें तो ऐसे 429 लोगों के सैंपल लेकर लैब में भेजे गए हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं को बताया, "17 लोग उपचार के बाद ठीक होकर घर वापस लौट चुके हैं।"
प्रसाद ने कहा, "तबलीगी जमात के बहुत सारे लोगों को पृथक रखा गया है। अभी उनमें से 429 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं और उनको प्रयोगशालाओं में भेज दिया गया है। बाकी जितने लोग भी पृथक रूप से रखे गए हैं, उन सभी के सैंपल लेने की प्रक्रिया चल रही है ।"
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने अपनी बुलेटिन में बताया कि अब तक कोरोना संक्रमण के 126 प्रकरण सामने आए हैं।
बुलेटिन में कहा गया कि सबसे अधिक 48 मामले गौतम बुद्ध नगर के हैं। मेरठ में 24, आगरा में 12, लखनऊ में 10, गाजियाबाद में नौ, बरेली में छह, बुलंदशहर में तीन, वाराणसी, पीलीभीत और बस्ती में दो-दो तथा लखीमपुर खीरी, कानपुर, मुरादाबाद, शामली, जौनपुर, बागपत, हापुड़ और गाजीपुर में एक एक मामला सामने आया है।
प्रसाद ने बताया कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के प्रांतों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, जिसमें उन्होंने बहुत ही महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं । प्रधानमंत्री ने विशेष करके यह कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन से बेहतर कोई विकल्प नहीं था और अब जो समय आया है, हम क्रिटिकल स्टेज पर आए हैं।
प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय हमें कोरोना वायरस से लड़ाई की पूरी तैयारी करनी है और इसके लिए बहुत जरूरी है कि इस बात पर बहुत ज्यादा जोर दिया जाए कि जो भी काम हम करें, उसमें सामाजिक मेल जोल से दूरी का ध्यान रखें।
उन्होंने बताया कि आज प्रधानमंत्री ने यह सलाह दी है कि अगर आप मास्क लगाते हैं तो दूसरों को संक्रमित नहीं करेंगे और खुद भी संक्रमित नहीं होंगे । प्रसाद के मुताबिक मोदी ने विशेष तौर पर कहा कि जो बुजुर्ग लोग हैं, उन पर विशेष ध्यान दिया जाए । खास करके ओल्ड एज होम पर ध्यान दिया जाए । वहां पर लोगों की चिकित्सा व्यवस्था ठीक रहे । वहां पर साफ सफाई रहे और संक्रमण की किसी तरह की कोई गुंजाइश ना रहे।