खाड़ी देशों में करीब तीन लाख लोगों ने पंजीकरण कराया, सरकार ने कहा-विवशता वाले पहले, संकट और नौकरी से निकाले गए प्राथमिकता में

By भाषा | Published: May 5, 2020 09:05 PM2020-05-05T21:05:39+5:302020-05-05T21:07:14+5:30

कोरोना का कहर जारी है। केंद्र सरकार ने कहा कि जो प्रवासी कामगार विदेश में फंसे हैं उन्हें पहले निकाला जाएगा। खाड़ी देश में करीब 3 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है।

Corona virus India More than 3 lakh people registered Gulf countries alone bringing people compelling cases | खाड़ी देशों में करीब तीन लाख लोगों ने पंजीकरण कराया, सरकार ने कहा-विवशता वाले पहले, संकट और नौकरी से निकाले गए प्राथमिकता में

विदेश मंत्रालय खाड़ी देशों से नौकरी छूटने के बाद आ रहे कुशल कामगारों के आंकड़े राज्यों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों को देगा। (file photo)

Highlightsखाड़ी देशों में करीब तीन लाख लोगों ने वापसी के लिए पंजीकरण कराया है, लेकिन केवल उन्हीं लोगों को वापस लाया जाएगा जिनकी विवशता अधिक होगी।विदेश मंत्रालय वापस लाने की इस विशाल प्रक्रिया को लागू करने के लिए भारतीय दूतावासों और राज्य सरकारों के साथ समन्वय कर रहा है।

नई दिल्लीः सरकार ने देश के बाहर फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी तथा भारत में रह रहे उन व्यक्तियों के लिए मंगलवार को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जो अत्यावश्यक कारणों से विदेश की यात्रा करने के इच्छुक हैं।

सरकारी सूत्र ने कहा कि खाड़ी देशों में करीब तीन लाख लोगों ने वापसी के लिए पंजीकरण कराया है, लेकिन केवल उन्हीं लोगों को वापस लाया जाएगा जिनकी विवशता अधिक होगी। विदेश मंत्रालय वापस लाने की इस विशाल प्रक्रिया को लागू करने के लिए भारतीय दूतावासों और राज्य सरकारों के साथ समन्वय कर रहा है।

विदेश मंत्रालय खाड़ी देशों से नौकरी छूटने के बाद आ रहे कुशल कामगारों के आंकड़े राज्यों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों को देगा ताकि उन्हें रोजगार मुहैया कराया जा सके। एक सरकारी आदेश में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि विदेश से लौटने के लिए विवशता वाले ऐसे मामलों को प्राथमिकता दी जाएगी जहां लोग संकट में हैं। उनमें नौकरी से निकाले जा चुके प्रवासी कामगार तथा वे लोग भी शामिल हैं जिनकी अल्पावधि वीजा की समयसीमा बीत गयी है।

गृह मंत्रालय ने कहा कि आपात चिकित्सा स्थिति वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों तथा परिवार के सदस्य की मौत की वजह से भारत लौटने को इच्छुक लोगों एवं विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी तथा यात्रियों को ही यात्रा का भाड़ा देना होगा। प्राप्त पंजीकरण प्रविष्टियों के आधार पर विदेश मंत्रालय ऐसे यात्रियों का उड़ान या जहाज के हिसाब से डाटाबेस तैयार करेगा जिसमें उनके नाम, उम्र, लिंग, मोबाइल फोन नंबर, निवास स्थान, गंतव्य और पीसीआर परीक्षण एवं उसके परिणाम की सूचना शामिल होगी। विदेश मंत्रालय संबंधित राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के साथ डाटाबेस (सूचनाएं) पहले ही साझा करेगा। गृह मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्रालय राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के लिए अलग अलग नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा जो संबंधित राज्यों के नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय करेंगे ।

विदेश से आने वाले प्रवासियों से किराया लेने का फैसला आमानवीय: वेणुगोपाल

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को कहा कि कोरोना संकट के कारण विदेश से आने वाले प्रवासियों से विशेष उड़ानों का किराया लेने का फैसला अमानवीय है और केंद्र सरकार को मजदूरों एवं बेरोजगार हो चुके लोगों के लिए मुफ्त यात्रा सुनिश्चित करनी चाहिए।

उन्होंने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘प्रवासी भारतीय नागरिकों को लाने के लिए विशेष उड़ानों का किराया लेने का सरकार का फैसला अमानवीय है। सरकार लोगों की पीड़ा का फायदा उठा रही है।’’ वेणुगोपाल के मुताबिक प्रवासियों, उनके रिश्तेदारों और आम जनता के विरोध के बाद सरकार अपने नागरिकों को विदेश से वापस लाने के लिए तैयार हुई। उन्होंने कहा कि मजदूरों, बेरोजगारों, बीमार पड़े लोगों और गर्भवती महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सुनिश्चित करनी चाहिए। 

लंदन में फंसे भारतीयों की वापसी सात मई से शुरू होगी

भारत लॉकडाउन के कारण दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए भारतीयों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है, और लंदन के हीथ्रो हवाईअड्डे से एयर इंडिया के करीब सात विशेष विमान बृहस्पतिवार को मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई तथा बेंगलुरु की उड़ान भरने की तैयारी कर रहे हैं। लंदन में भारतीय उच्चायोग देश वापसी चाह रहे भारतीय नागरिकों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया संचालित कर रहा है जहां हजारों लोग भारत लौटने की प्रतीक्षा में हैं।

अधिकारियों के अनुसार, सबसे संवेदनशील मामलों में यात्रियों को इन उड़ानों से यात्रा के लिए बुकिंग में प्राथमिकता दी जाएगी जिसके लिए यात्रियों को भुगतान करना होगा और एक हलफनामा भरना होगा कि वे भारत पहुंचने पर 14 दिन पृथक-वास में रहेंगे। ब्रिटेन में निवर्तमान भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम ने कहा, ‘‘यह खबर उन भारतीयों के लिए बड़ी राहत लाएगी जो ब्रिटेन में फंसे हुए हैं और लौटने को बेसब्र हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘छात्र हैं जिनकी पढ़ाई पूरी हो गयी होगी और अल्पकालिक अवधि के लिए ब्रिटेन आए अन्य लोग भी इसमें हो सकते हैं। गर्भवती महिलाएं हैं और बीमारियों तथा मृत्यु के मामले हैं। वे अपने परिवारों से दूर हैं और अब अपने प्रियजनों से मिलना चाहेंगे।’’

भारत सरकार ने सोमवार को चरणबद्ध तरीके से अत्यावश्यक आधार पर विदेशों में फंसे हुए भारतीयों की वापसी के लिए योजना की घोषणा की। ब्रिटेन के लिए एयर इंडिया बृहस्पतिवार से आगामी मंगलवार के बीच लंदन से व्यावसायिक उड़़ानें संचालित करेगी जो पहले से निर्धारित नहीं हैं। वह लंदन के हीथ्रो हवाईअड्डे से मुंबई की उड़ान के साथ शुरुआत करेगी और उसके बाद बेंगलुरु, अहमदाबाद, चेन्नई तथा नयी दिल्ली के लिए उड़ानें संचालित होंगी। 

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