मानवता शर्मसार, अंतिम संस्कार को लेकर लापरवाही, मेरठ में कोरोना संक्रमित की मौत, पूरी रात श्मशान घाट पर एंबुलेंस में रखा रहा शव

By भाषा | Published: May 12, 2020 05:18 PM2020-05-12T17:18:25+5:302020-05-12T17:18:25+5:30

उत्तर प्रदेश में लोगों द्वारा बड़ी संख्या में आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग किया जा रहा है, लखनऊ मुख्यालय से अब तक 2722 लोगों को कॉल किए गए हैं, जिनको एलर्ट जनरेट हुए हैं। इनमें से 10 लोग पॉजिटिव मिले हैं।

Corona virus India lockdown uttar pradesh meerut Humanity careless funeral corona infected dead | मानवता शर्मसार, अंतिम संस्कार को लेकर लापरवाही, मेरठ में कोरोना संक्रमित की मौत, पूरी रात श्मशान घाट पर एंबुलेंस में रखा रहा शव

मृतक के भतीजे मनोज शर्मा का कहना है कि मेडिकल प्रबंधन और यहां के प्रशासन ने शव उनके सुपुर्द कर दिया था। (file photo)

Highlights60 वर्षीय वृद्ध को नौ मई को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था, जहां उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजकुमार चौधरी ने अपने स्वीपर को पीपीई किट पहनाकर सूरजकुंड भेजा।

मेरठःउत्तर प्रदेश के मेरठ में कोरोना मरीज की मौत के बाद मृतक के शव के अंतिम संस्कार को लेकर लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। गौरतलब है कि संभल तहसील के रहने वाले 60 वर्षीय वृद्ध को नौ मई को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था, जहां उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।

दस मई को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। 11 मई की देर शाम परिजन मेरठ मेडिकल कॉलेज पहुंचे। आरोप है कि शव पूरी रात सूरजकुंड श्मशान घाट पर वाहन में पड़ा रहा। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजकुमार चौधरी ने अपने स्वीपर को पीपीई किट पहनाकर सूरजकुंड भेजा। उसने लाश एम्बुलेंस से उतारकर प्लेटफ़ॉर्म पर रखी। इसके बाद आज सुबह अंतिम संस्कार हो पाया। मृतक के भतीजे मनोज शर्मा का कहना है कि मेडिकल प्रबंधन और यहां के प्रशासन ने शव उनके सुपुर्द कर दिया था।

एंबुलेंस और एक कर्मचारी को भी उनके साथ जाने की इजाजत दे दी गई थी लेकिन संभल प्रशासन देर रात तक यह तय नहीं कर पाया कि शव का अंतिम संस्कार वहां कराया जाना है या नहीं। इसी वजह से वह शव को यहां से नहीं ले जा सके। मृतक के परिजनों का कहना है कि शव का अंतिम संस्कार जरूरी है।

इसलिए सूरजकुंड श्मशान घाट पर लाया गया। आरोप है कि यहां पूरी रात शव वाहन में पड़ा रहा। बाद में घटना का सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजकुमार चौधरी ने अपने स्वीपर को पीपीई किट पहनाकर सूरजकुंड भेजा। उसने लाश एम्बुलेंस से उतारकर प्लेटफ़ॉर्म पर रखी। इसके बाद अंतिम संस्कार हो पाया।

हालांकि, सीएमओ का यह भी कहना था कि शव को मृतक के परिवार वाले हाथ लगाने तक के लिए तैयार नहीं थे। इस वजह से अंतिम संस्कार में देरी हुई। उधर, मेडिकल कॉलेज के प्रमुख अधीक्षक डॉ. धीरज बालियान का कहना है कि बुजुर्ग व्यक्ति संभल से आए थे, वेंटिलेटर पर थे। उनको वार्ड में भर्ती किया गया, जहां इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। वह पहले से ही गंभीर बीमार चल रहे थे। उनका कहना है कि उन्होंने एंम्बुलेंस की व्यवस्था कर दी थी और शव परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया गया था। 

Web Title: Corona virus India lockdown uttar pradesh meerut Humanity careless funeral corona infected dead

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे