श्रीनगर में कल से मास्क लगाना अनिवार्य, ईटानगर में बिना MASK वालों को नहीं मिलेगा ईंधन
By भाषा | Published: April 30, 2020 08:12 PM2020-04-30T20:12:29+5:302020-04-30T20:12:29+5:30
जम्मू और कश्मीर में COVID19 के 614 मामले हैं, जिनमें से 390 मामले (कश्मीर में 384, जम्मू में 6) सक्रिय हैं। 8 मरीजों की बीमारी से मौत हो गई है जबकि 216 लोग ठीक हो गए हैं। 80 प्रतिशत COVID-19 मामले असिम्प्टोमैटिक हैं।
श्रीनगरः जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में कोरोना वायरस के चलते शुक्रवार से सभी सार्वजनिक स्थलों पर चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य हो जाएगा।
उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एक मई से, कृपया हम सुनिश्चित करें कि संपर्क के सभी स्थलों पर हर समय चेहरे पर मास्क लगाएं। हम हर किसी के लिए मास्क उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। यद रखिए, मास्क विभिन्न सावधानियों में से एक है।’’
चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन शहर के लोगों को 15 लाख मास्क उपलब्ध कराएगा। प्रत्येक परिवार को पांच मास्क मिलेंगे। बुधवार को जारी आदेश में कहा गया कि लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सार्वजनिक परिवहन, बाजारों और कार्यालयों सहित सभी सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनें।
अरुणाचल प्रदेश सरकार ने यहां के सभी पेट्रोल पंपों और गैस एजेंसियों के संचालकों से कहा है कि वे उन ग्राहकों को सेवा नहीं दें जिन्होंने मास्क नहीं पहन रखा हो। जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी अमित बेंगिया ने सभी पेट्रोल पंप को नोटिस जारी कर कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से राज्य की राजधानी में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
बेंगिया ने कहा कि राजधानी क्षेत्र में बिना मास्क वाले किसी भी ग्राहक को ईंधन और गैस सिलिंडर नहीं बेचा जाएगा। ट्वीटर पर मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि ईटानगर में 'मास्क नहीं तो ईंधन नहीं' का नियम लागू किया गया है।
कोरोना वायरस : दक्षिण पूर्व रेलवे ने अपने कर्मचारियों के लिए मास्क, सैनेटाइजर तैयार किए
दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) ने कोरोना वायरस के मद्देनजर अपने स्वास्थ्य कर्मियों और कर्मचारियों के उपयोग के लिए लगभग 92,000 मास्क और 5,000 लीटर से अधिक सैनेटाइज़र तैयार किया है। एसईआर के प्रवक्ता संजय घोष के अनुसार एसईआर के चार डिविजनों और खड़गपुर कार्यशाला में मास्क और सैनेटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है। इन मास्कों का कई बार उपयोग किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि खड़गपुर, आद्रा, रांची और चक्रधरपुर डिविजनों में चिकित्सा विभाग की सख्त निगरानी में मास्क तथा सैनेटाइजर तैयार किए जा रहे हैं। घोष ने बताया कि अब तक 91,800 मास्क और 5,020 लीटर सैनेटाइजर का उत्पादन किया गया है। उन्होंने कहा कि ये मास्क और सैनेटाइटर लोको पायलट (चालक), गार्ड और कर्मचारियों के बीच वितरित किए जा रहे हैं ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।