निजामुद्दीन मरकज मामला: गृह मंत्रालय ने 960 विदेशियों को किया ब्लैक लिस्ट, रद्द किया वीजा
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 2, 2020 07:49 PM2020-04-02T19:49:16+5:302020-04-02T20:29:45+5:30
अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कानून का उल्लंघन करने वाले 960 विदेशी नागरिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को निर्देश दिया था।
नई दिल्लीः सरकार ने वीजा शर्तों का उल्लंघन कर तबलीगी जमात की गतिविधियों में शामिल होने के कारण गुरुवार को 960 विदेशियों के नाम काली सूची में डाल दिए और उनके वीजा को रद्द कर दिया।
गृह मंत्रालय के कार्यालय ने दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों के पुलिस प्रमुखों को विदेशी कानून और आपदा प्रबंधन कानून के तहत कानूनी कार्रवाई करने को कहा है , जहां पर ये विदेशी फिलहाल रह रहे हैं । गृह मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘गृह मंत्रालय द्वारा पर्यटक वीजा पर तबलीगी जमात गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण 960 विदेशियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है और साथ ही उनका भारतीय वीजा भी रद्द कर दिया गया है।’’
गृह मंत्रालय ने तबलीगी जमात गतिविधियों में शामिल पाए गए इन 960 विदेशियों को काली सूची में डाल दिया गया है, उनके वीजा रद्द कर दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कानून का उल्लंघन करने वाले 960 विदेशी नागरिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को निर्देश दिया था।
MHA ने दिल्ली पुलिस और अन्य संबंधित राज्यों के DGP को तबलीगी जमात निज़ामुद्दीन मामले में 960 विदेशियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम, 1946 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। तबलीगी जमात निज़ामुद्दीन मामले में 960 विदेशियों को ब्लैकलिस्ट और जमात से संबंधित गतिविधियों में शामिल होने के कारण उनका पर्यटक वीज़ा भी रद्द कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने यहां निजामुद्दीन क्षेत्र में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल होने के बाद विभिन्न मस्जिदों में ठहरे 275 विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें पृथक रखा है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
इन 275 विदेशी नागरिकों में इंडोनेशिया से 172, किर्गिजस्तान से 36, बांग्लादेश से 21, मलेशिया से 12, अल्जीरिया से सात, अफगानिस्तान और अमेरिका से दो-दो तथा फ्रांस, बेल्जियम और इटली का एक-एक नागरिक शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 84 लोग उत्तर पूर्वी दिल्ली में और 109 लोग मध्य दिल्ली जिले में ठहरे हुए थे। दक्षिण दिल्ली में तबलीगी जमात मुख्यालय, निजामुद्दीन मरकज, देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस के प्रसार का एक प्रमुख केंद्र बिंदु बन कर उभरा है।
In the case of Tablighi Jamaat,Nizamuddin, 960 foreigners have been blacklisted and their tourist visas cancelled after they were found involved in activities related to Tablighi Jamat: Office of the Home Minister https://t.co/Nq2JRCJBli
— ANI (@ANI) April 2, 2020
दरअसल, यहां मार्च महीने की शुरुआत में यह कार्यक्रम हुआ था। मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने तबलीगी जमात से जुड़े विदेशी नागरिकों सहित अन्य लोगों और फिलहाल विभिन्न मस्जिदों में तथा यहां अन्य स्थानों पर ठहरे लोगों के सिलसिले में फौरी कदम उठाने पर सरकार को पत्र लिखा। पुलिस ने कहा, ‘‘जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मस्जिदों का दौरा कर रही है विदेशी नागरिकों को वहां से बाहर निकाल रही है तथा उन्हें पृथक केंद्रों में भेज रही है। वे लोग मरकज में जमात का हिस्सा थे।’’ पुलिस ने बताया कि उसने शहर में विभिन्न मस्जिदों में ठहरे विदेशी नागरिकों की एक सूची बनाई है।
तबलीगी जमात में शामिल लोगों की तलाश के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान, संक्रमण के मामले 1900 के पार हुए
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए समूचे देश में अभियान तेज करते हुए विभिन्न राज्यों में प्रशासन ने कोविड-19 के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बनकर उभरे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में शिरकत करने वाले 6,000 से ज्यादा लोगों की पहचान की। देश भर में बुधवार को सर्वाधिक 450 नए मामलों के साथ संक्रमित लोगों की संख्या 1900 के पार हो गयी है और अब तक 59 लोगों की मौत हो चुकी है।
जमात में हिस्सा लेने वाले 5,000 से ज्यादा लोगों को पृथक तौर पर रखा गया है । इनमें से कुछ लोगों को राज्यों के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है । इसके साथ ही गुजरात, तमिलनाडु और तेलंगाना सहित अन्य जगहों पर 2,000 अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है । इस सूची में विदेशी भी शामिल हैं जबकि राज्य के अधिकारियों ने ऐसे कुछ लोगों की पहचान की है जो दिल्ली से अपने अपने गृह नगर नहीं लौटे हैं। प्रशासन का कहना है कि मामलों में इतनी बढ़ोतरी तबलीगी जमात के कारण हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 437 नए मामलों की पुष्टि करने के साथ कोरोना वायरस के 1834 मामले हो गए हैं और 41 लोगों की मौत हुई है । हालांकि विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा घोषित आंकड़ों का योग करें तो कुल 1949 मामले हो चुके हैं और कम-से-कम 59 मौत हुई है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली उन जगहों में शामिल हैं जहां बड़ी संख्या में नये मामलों का पता चला है। दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 152 हो गए हैं जिनमें 53 वो लोग हैं जो निजामुद्दीन के आयोजन में शामिल हुए थे।
महाराष्ट्र में बुधवार को यह संख्या 33 से बढ़कर 335 हो गई जिनमें अकेले मुंबई के 30 मामले शामिल हैं। संख्या में इजाफा होने की आशंका है क्योंकि पृथक रह रहे करीब 5,000 लोग उच्च जोखिम की श्रेणी में आते हैं। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी है। दिल्ली में तबलीगी जमात में शिरकत के बाद तमिलनाडु लौटे 110 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिससे राज्य में संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 234 हो गई है। तमिलनाडु में ऐसे 515 लोगों की पहचान हुई है जो निजामुद्दीन के आयोजन में शामिल हुए थे जबकि इनमें से 59 को पृथक रखा गया है।
मुख्यमंत्री के पलानीसामी ने बताया कि राज्य से करीब 1,500 लोग कार्यक्रम में शामिल हुए थे जिनमें से 1,131 लोग राज्य लौट आए हैं। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि निजामुद्दीन (पश्चिम) के मरकज़ को पूरी तरह खाली करा लिया गया है। करीब 36 घंटे में वहां से 2,361 लोगों को निकाला गया है, जिनमें से 617 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के प्रयासों को और तेज करते हुए, पृथक रखे गए लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए उनके मोबाइल फोन की निगरानी की जा रही है।
केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से, दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के आयोजन में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों के सम्पर्कों का पता लगाने के लिये युद्ध स्तर पर काम करने को कहा । सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों एवं डीजीपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संवाद में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेने वाले विदेशियों पर वीजा शर्तों का उल्लंघन करने के लिये कार्रवाई करने को भी कहा।