कोरोना वायरस से मध्य प्रदेश में आज 3 लोगों की मौत, मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हुई
By निखिल वर्मा | Published: April 4, 2020 01:14 PM2020-04-04T13:14:03+5:302020-04-04T13:19:17+5:30
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा केस इंदौर में मिले हैं और यहां ही मृतकों की संख्या सर्वाधिक है.
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ताजा मामले में तीन कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की मृत्यु हुई है जिनमें इंदौर में दो और छिंदवाड़ा में एक लोगों ने दम तोड़ा हैं। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 158 हो गई है।
3 #Coronavirus positive patients have passed away in Madhya Pradesh; 2 from Indore and 1 from Chhindwara. Death toll in the state has reached 11. There are 158 positive cases in the state (including 11 deaths): State Health Department
— ANI (@ANI) April 4, 2020
छिंदवाड़ा में कोरोना वायरस से संक्रमित 36 वर्षीय व्यक्ति की मौत
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में कोरोना वायरस से संक्रमित 36 वर्षीय एक सरकारी कर्मचारी की शनिवार सुबह मौत हो गयी। मृतक व्यक्ति के पिता भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। छिंदवाड़ा में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की मौत का यह पहला मामला है।
अपर कलेक्टर राजेश बाथम ने बताया कि मृतक व्यक्ति सरकारी कर्मचारी था और इन्दौर में पदस्थ था। यह व्यक्ति इन्दौर से अपने घर छिंदवाड़ा आया था। उन्होंने बताया कि मृतक के पिता भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उनका जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
संक्रमित पत्रकार और उनकी बेटी हुए ठीक
भोपाल के पहले दो कोराना वायरस संक्रमित मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इनमें पहली मरीज लंदन से वापस आई 26 वर्षीय युवती और दूसरा मरीज 62 वर्षीय उसके पत्रकार पिता हैं। दोनों के उपचार के बाद उनकी रिपोर्ट में उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई है।
भोपाल एम्स के निदेशक डॉ. सरमन सिंह ने शनिवार को ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि पिता एवं पुत्री दोनों की रिपोर्ट में उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि के बाद उन्हें भोपाल एम्स से शुक्रवार रात को छुट्टी दे दी गई । उन्होंने बताया कि युवती को संक्रमित पाए जाने पर 21 मार्च को और इसके चार दिन बाद उसके पिता को संक्रमित पाए जाने पर उपचार के लिए भोपाल एम्स में भर्ती किया गया था।