बिहार में कोरोना वायरस के मामले 1400 पार, जानें किस जिले में कितने मरीज
By भाषा | Published: May 19, 2020 02:43 PM2020-05-19T14:43:15+5:302020-05-19T14:47:50+5:30
बिहार के सभी 38 जिले अब कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं और मंगलवार तक कोविड-19 से संक्रमित मामले बढकर 1442 हो गये हैं ।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के 19 नये मामले सामने आने के साथ प्रदेश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1442 हो गए हैं । स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के जो 19 नये मामले बीते रात सामने आए हैं उनमें गया, नवादा एवं सुपौल के तीन-तीन, कैमूर, शेखपुरा एवं मधेपुरा के दो-दो तथा बक्सर, समस्तीपुर, जहानाबाद एवं पटना के एक-एक मामले शामिल हैं ।
राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब तक सबसे अधिक पटना में 166, मुंगेर में 133, रोहतास में 91, मधुबनी में 73, नालंदा में 72, बेगूसराय में 70, गोपालगंज एवं बक्सर में 63-63, खगडिया में 55, सिवान में 45, भागलपुर में 42, बांका एवं नवादा में 40-40, कैमूर में 39, भोजपुर में 38, पूर्णिया में 31, मुजफ्फरपुर में 30, जहानाबाद में 28, पश्चिम चंपारण में 25, सुपौल एवं शेखपुरा में 24-24, औरंगाबाद एवं सहरसा में 22-22, कटिहार में 21, मधेपुरा में 20, पूर्वी चंपारण में 19, दरभंगा एवं समस्तीपुर में 16-16, वैशाली में 15, लखीसराय, जमुई, किशनगंज, अरवल एवं सारण में 14-14, गया में 11, सीतामढी में नौ, शिवहर में पांच तथा अररिया में चार मामले हैं ।
दिल्ली से बिहार लौटा हर चौथा मजदूर कोरोना पॉजिटिव
बिहार में लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को लेकर राज्य सरकार दोहरी चुनौतियों का सामना कर रही है। बाहर से लौटे सैकड़ों प्रवासी मजदूर कोरोना वायरस पॉजिटिव निकले जिसे लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। इनमें से ज्यादातर केस स्पर्शोन्मुख (asymptomatic) हैं। स्पर्शोन्मुख ऐसे मरीजों को कहा जाता है जिनमें लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। 18 मई तक बिहार में प्रवासी श्रमिकों के कुल 8,337 नमूनों का परीक्षण किया और लगभग 8% मजदूर कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। बता दें कि कोरोना वायरस पॉजिटिव की राष्ट्रीय दर करीब 4 फीसदी है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, दिल्ली से लौटे प्रवासी श्रमिकों से लिए गए 835 नमूनों में से 218 पॉजिटिव थे। कोरोना की पुष्टि की ये दर 26 फीसदी से ज्यादा है जबकि राष्ट्रीय राजधानी में ये दर करीब सात फीसदी है। पश्चिम बंगाल से लौटे प्रवासी श्रमिकों के 265 नमूनों में से 33 का परीक्षण सकारात्मक रहा। प्रवासी मजूदरों में कोरोना वायरस के संक्रमण की दर 12 फीसदी रही जबकि बंगाल में भी इसकी दर से 3 फीसदी है।