Coronavirus impact: एयर इंडिया ने इटली, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, साउथ कोरिया और श्रीलंका की उड़ानें 30 अप्रैल तक रद्द की
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 13, 2020 03:53 PM2020-03-13T15:53:08+5:302020-03-13T17:57:26+5:30
एयरलाइन के एक अधिकारी ने बताया कि कुवैत जाने-आने वाली सारी उड़ानें 30 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दी गयी हैं। इसके अलावा सियोल (दक्षिण कोरिया), रोम और मिलान (इटली) के लिए वर्तमान पाबंदी भी 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी गयी है।
नई दिल्ली/मुंबईः विमानन कंपनी अधिकारी ने कहा कि एअर इंडिया ने इटली, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, दक्षिण कोरिया और श्रीलंका के लिए सभी उड़ानें 30 अप्रैल तक रद्द कर दी गई है।
कोरोना वायरस महामारी को लेकर बढ़ती चिंता के बीच सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने इटली, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इस्राइल, दक्षिण कोरिया और श्रीलंका के लिये होने वाली उड़ानों को 30 अप्रैल तक बंद रखने का फैसला किया है।
एयर इंडिया ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी। इससे पहले एयर इंडिया ने बृहस्पतिवार को कुवैत की उड़ानें भी 30 अप्रैल तक के लिए रोक दी थीं। अधिकारियों ने बताया, ‘‘ कोरोनावायरस महामारी के चलते इटली, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इस्राइल, दक्षिण कोरिया और श्रीलंका की उड़ानें 30 अप्रैल तक रद्द करने का निर्णय किया गया है।’’ बुधवार को सरकार ने राजनयिक और रोजगार श्रेणियों को छोड़कर सभी तरह के वीजा को 13 मार्च से 15 अप्रैल तक के लिए निलंबित कर दिया था।
इससे पहले भी एयर इंडिया ने कुवैत की सारी उड़ानें रद्द कर दी थी। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब एक दिन पहले ही उसने कोरोना वायरस महामारी के आलोक में रोम, मिलान और सियोल की अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित करने की घोषणा की थी। इस महामारी के चलते विभिन्न देश यात्रा पाबंदियां लगा रहे हैं।
एयरलाइन के एक अधिकारी ने बताया कि कुवैत जाने-आने वाली सारी उड़ानें 30 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दी गयी हैं। इसके अलावा सियोल (दक्षिण कोरिया), रोम और मिलान (इटली) के लिए वर्तमान पाबंदी भी 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी गयी है। उड़ानों की संशोधित समय सारणी के अनुसार एयर इंडिया 30 अप्रैल तक दिल्ली -मैड्रिड मार्ग पर तीन के बजाय केवल दो उड़ानों का संचालन करेगी।
अधिकारी ने कहा कि 17 मार्च और 28 अप्रैल के बीच तीसरी उड़ान स्थगित रहेगी। बुधवार को सरकार ने 13 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक सभी वीजा निलंबित करने का निर्णय लिया था। राजनयिक और रोजगार जैसी कुछ श्रेणियां उसका अपवाद रहेंगी।