कोरोना वायरस: केरल में 436 लोग निगरानी में, देश के कई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर थर्मल सेंसर लगाए गए
By भाषा | Published: January 28, 2020 02:06 PM2020-01-28T14:06:34+5:302020-01-28T14:06:34+5:30
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि सरकार मंगलवार को मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी स्क्रीनिंग सुविधा स्थापित करेगी। नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि के हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग पहले से ही की जा रही है।
पंजाब सरकार ने सोमवार को कहा कि यात्रियों में घातक कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर थर्मल सेंसर लगाए गए हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि सरकार मंगलवार को मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी स्क्रीनिंग सुविधा स्थापित करेगी। नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि के हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग पहले से ही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग को चार यात्रियों में वायरस के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं मिले। इन यात्रियों ने हाल ही में चीन की यात्रा की थी। सिंह ने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग स्थिति से अवगत है और किसी भी आकस्मिक मामलों से निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है।
हाल के दिनों में चीन से करीब 436 लोग केरल लौटे हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि नए कोरोना वायरस (एनसीओवी) के चपेट में आने की आशंका के मद्देनजर उन्हें निगरानी में रखा गया है। अधिकारियों ने कहा कि पांच लोग राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अब भी पृथक वार्ड में निगरानी में हैं और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए रक्त के सभी नमूने विषाणु के लिये नकारात्मक आए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि एर्नाकुलम में तीन लोग जहां अस्पताल में हैं वहीं तिरुवनंतपुरम और त्रिशूर में एक-एक व्यक्ति अस्पताल में हैं। पथनमथिट्टा और मलप्पुरम के अस्पतालों में पूर्व में भर्ती दो लोगों को छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों के समन्वय में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने मीडिया से कहा, “हमें राज्य में कोई सकारात्मक मामला नहीं मिला है लेकिन हमने इसके बावजूद पृथक वार्ड खोले हैं।”
इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केरल के लिए अपनी चिंता सामने रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और कहा है कि वुहान में स्थिति बिगड़ गयी है और राज्य को वुहान के विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले केरल के विद्यार्थियों के रिश्तेदारों से सूचना मिली है कि वहां स्थिति गंभीर है।
उन्होंने लिखा है कि ऐसी खबरें हैं कि यिचांग क्षेत्र भी प्रभावित है। उन्होंने पत्र में लिखा है, ‘‘ ऐसे में वुहान या निकटतम चालू हवाई अड्डे के लिए विशेष उड़ान की व्यवस्था करना एवं वहां फंसे भारतीय यात्रियों को निकालना उपयुक्त होगा।’’
मुख्यमंत्री ने मोदी को लिखे पत्र में वुहान से निकाले जाने के दौरान भारतीयों को चिकित्सकीय सहयोग की जरूरत महसूस होने की स्थिति में राज्य से चिकित्सा पेशेवरों की सहायता की भी पेशकश की । उन्होंने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में लिखा है, ‘‘ केरल की तरफ से, मैं निकाले जा रहे भारतीयों के लिए अपनी ओर से मेडिकल पेशेवरों की सहायता की पेशकश करना चाहूंगा, यदि ऐसे लोगों के लिए चिकित्सकीय सहयोग की जरूरत हो तो।’’
इस पत्र के अनुसार विजयन यह भी चाहते हैं कि चीन में भारतीय दूतावास को सक्रियता से काम करने तथा केरलवासियों समेत भारतीयों को जरूरी सहायता पहुंचाने एवं उन्हें तसल्ली देने के लिए जरूरी निर्देश दिया जाए।