कोरोना अपडेट: एक्टिव केस 7.5 लाख से कम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल ने बढ़ाई टेंशन
By एसके गुप्ता | Published: October 20, 2020 07:54 PM2020-10-20T19:54:57+5:302020-10-20T19:54:57+5:30
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत महाराष्ट्र के पांच जिले मुंबई, पुणे, थाणे, नागपुर और अहमदनगर सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित हैं।
नई दिल्लीः कोरोना रिकवरी और नियंत्रण को लेकर किए गए प्रयासों के नतीजे अब नजर आने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कोरोना की ताजा स्थिति को लेकर प्रेसवार्ता में कहा कि 84 दिन के बाद देश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 7.5 लाख से कम हो गई है।
देश में अब सक्रिय मामलों की स्थिति 748538 है। फिलहाल महाराष्ट्र सहित छह राज्य (कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल) केंद्र के लिए चिंता बने हुए हैं जहां से 64 फीसदी कोरोना के रोगी आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत महाराष्ट्र के पांच जिले मुंबई, पुणे, थाणे, नागपुर और अहमदनगर सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित हैं।
महाराष्ट्र में देश के 23 फीसदी से अधिक कोरोना के सक्रिय रोगी हैं। कर्नाटक से 14 फीसदी, केरल से 12 फीसदी, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल से कोरोना के 5-5 फीसदी मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा पूरे देश के अन्य राज्यों से कोरोना के 36 फीसदी मामले हैं। अच्छी बात यह है कि रिकवर मामलों की संख्या 67 लाख से अधिक हो गई है। जो विश्व के किसी भी देश से सर्वाधिक हैं।
उन्होंने कहा कि भारत ने अब तक 9 करोड़ 60 लाख टेस्ट किए हैं, ये विश्व की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। प्रति 10 लाख जनसंख्या पर भारत में मृत्यु दर 83 है, हम विश्व में सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में हैं। विश्व की औसत मृत्यु दर 142 है। सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट दर्ज़ की गई है। देश में प्रतिदिन आने वाले कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या 50,000 से कम हुई है।
देश में नहीं है ऑक्सीजन की कमी :
राजेश भूषण ने कहा कि देश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। अप्रैल तक देश में 5913 मैट्रिक टन ऑक्सीन का उत्पादन हो रहा था। यह सितंबर में 6862 मैट्रिक टन हो गया। जिसे अक्टूबर माह के अंत तक बढ़ाकर 7191 मैट्रिक टन कर दिया जाएगा। इसके लिए क्रायोजैनिक टैंक का निर्माण किया गया है। अक्टूबर अंत तक 91 नए टैंक और बन जाएंगे। जिससे क्रायोजैनिक टैंक की संख्या 775 हो जाएगी और ऑक्सीजन स्टोरेज क्षमता 7438 मैट्रिक टन हो जाएगी।