Corona Update: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 93337 नए मामले आए सामने, 1247 मरीजों की मौत
By रामदीप मिश्रा | Published: September 19, 2020 09:30 AM2020-09-19T09:30:28+5:302020-09-19T09:30:28+5:30
भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बड़ी संख्या में जांच की जा रही है। देश में प्रयोगशालाओं के बेहतर नेटवर्क और इस तरह की अन्य सुविधाओं से इसमें पर्याप्त सहायता मिली है। इस उपलब्धि के आधार पर प्रति दस लाख पर जांच में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है। देश में कोरोना के मरीज 53 लाख से पार हो गए हैं। इस बीच देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 93,337 नए मामले सामने आए। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 1247 मरीजों की मौत हुई है। अबतक 53,08,015 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे से 10,13,964 सक्रिय मामले हैं और 42,08,432 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 85,619 मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस महामारी पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा था कि भारत में कोविड मरीजों के स्वस्थ होने की दर 78 से 79 फीसदी है। भारत कोविड-19 से स्वस्थ होने की उच्च दर वाले गिने-चुने देशों में शामिल है। हर्षवर्द्धन ने कहा कि कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या भले अधिक हो लेकिन अस्पतालों में इलाज करा रहे कोविड मरीजों की संख्या 20 फीसदी से कम है।
India's #COVID19 case tally crosses 53-lakh mark with a spike of 93,337 new cases & 1,247 deaths in last 24 hours.
— ANI (@ANI) September 19, 2020
The total case tally stands at 53,08,015 including 10,13,964 active cases, 42,08,432 cured/discharged/migrated & 85,619 deaths: Ministry of Health & Family Welfare pic.twitter.com/wKo1vgDc1Y
उन्होंने कहा था कि भारत में कोविड महामारी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या यूरोप के कई देशों की तुलना में कम है। सरकार भारत में अमेरिका की तुलना में अधिक कोविड जांच करने पर विचार कर रही है। अगले साल के शुरू में कोरोना वायरस का टीका देश में तैयार हो जाने की उम्मीद है लेकिन तब तक लोगों के लिए मास्क पहनने और सुरक्षित दूरी जैसी सावधानियों का पालन करना जरूरी है।
भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बड़ी संख्या में जांच की जा रही है। देश में प्रयोगशालाओं के बेहतर नेटवर्क और इस तरह की अन्य सुविधाओं से इसमें पर्याप्त सहायता मिली है। इस उपलब्धि के आधार पर प्रति दस लाख पर जांच में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि वह बढ़ते क्रम की निरंतरता की इस प्रवृत्ति को बनाए रखेगा। जनवरी में सिर्फ पुणे में देश की एकमात्र प्रयोगशाला थी और अब देश में इसकी संख्या बढ़ कर 1678 हो गई है। इसमें 1,040 प्रयोगशालाएं सार्वजनिक क्षेत्र की जबकि 638 प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र की हैं।