झारखंड में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने पर किया जा रहा है विचार, सोरेन सरकार ने बिहार से आने वाली ट्रेनों को रोका
By एस पी सिन्हा | Published: July 11, 2020 03:27 PM2020-07-11T15:27:59+5:302020-07-11T15:27:59+5:30
झारखंड में सरकार का यह भी मानना है कि कोरोना संक्रमण बिहार से चलनेवाली ट्रेनों की वजह से बढ़ रहा है. ट्रेनों के जरिये बिहार से झारखंड आनेवाले कोरोना संक्रमित लोगों के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.
रांची: झारखंड में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसे देखते हुए प्रभावित जिलों में अब सख्ती बढ़ाई जा रही है. साथ ही धारा-144 लागू की जा रही है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य में एक बार फिर संपूर्ण लॉकडाउन लग सकता है. सरकार के स्तर पर सभी जिलों के उपायुक्तों से इस संबंध में फीडबैक लिया जा रहा है कि वहां की वर्तमान हालात क्या है. फीडबैक में मिले तथ्यों की समीक्षा की जाएगी, उसके बाद ही संपूर्ण लॉकडाउन पर ठोस निर्णय लिया जाएगा.
झारखंड में सरकार का यह भी मानना है कि कोरोना संक्रमण बिहार से चलनेवाली ट्रेनों की वजह से बढ़ रहा है. ट्रेनों के जरिये बिहार से झारखंड आनेवाले कोरोना संक्रमित लोगों के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र लिख कर बिहार से झारखंड आनेवाली ट्रेनों को बंद करने का आग्रह किया है. पत्र में सोरेन ने कहा है कि झारखंड में संक्रमण रोकने के लिए बिहार से आनेवाली ट्रेनों का परिचालन बंद किया जाना जरूरी है. रेल मंत्रालय ने मुख्यमंत्री का आग्रह मानते हुए बिहार से ट्रेनों का परिचालन बंद करने का फैसला किया है.
13 जुलाई से बिहार से झारखंड के लिए चलनेवाली दोनों ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया जायेगा. रेल मंत्रालय ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. अगले आदेश तक बिहार से झारखंड के लिए कोई ट्रेन नहीं चलेगी. फिलहाल पटना से जनशताब्दी व दानापुर -टाटानगर ट्रेन चल रही है. गुरुवार शाम को पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने बिहार से पहुंची दानापुर -टाटा सुपर एक्सप्रेस के 350 यात्रियों में से 110 को उनकी सहमति से कोरेंटिन किया. उन्हें सिदगोडा स्थित प्रोफेशनल कॉलेज में बनाये गये कोरेंटिन आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. लॉकडाउन के बाद से बिहार से झारखंड के लिए दो ट्रेनें चल रही थी. दोनों ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को बडी राहत मिल रही थी क्योंकि बस सेवा बिहार से झारखंड फिलहाल बंद है.
वहीं, सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि अन्य राज्यों से झारखंड में प्रवेश के लिए पास अनिवार्य है. बिना पास के राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है. मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सीमावर्ती इलाकों में इस नियम का सख्ती से पालन करने को कहा है. उन्होंने उपायुक्तों से सीमा पर सुरक्षा बढाने और बिना पास के किसी को भी राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया है. वर्तमान में कुछ छूट व शर्तों के साथ लॉकडाउन जारी है. इसका असर यह है कि बाजार में अत्याधिक भीड़भाड़ है. अब स्थिति यह है कि मंत्री, विधायक व पुलिसकर्मियों से लेकर आम आदमी तक में तेजी से कोरोना का संक्रमण फैलता जा रहा है.
बढ़ते संक्रमण ने सरकार की परेशानी बढा दी है. स्वयं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन होम क्वारंटाइन में हैं. विभागों में कोरोना वायरस का खौफ दिखने लगा है. हालांकि आपदा प्रबंधन प्रभाग की मानें तो इस संदर्भ में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है और ना ही कोई अनुशंसा की गई है. झारखंड में कोविड-19 के बढते मामलों को देखते हुए राजनीतिक दलों ने भी एहतियात के तौर पर अपने कार्यालयों को बंद करना शुरू कर दिया है. झामुमो, भाजपा और कांग्रेस तीनों ही प्रमुख दलों ने अपने कार्यालयों को अगले आदेश तक बंद करने का निर्णय लिया है. उधर, मंत्री मिथिलेश ठाकुर के घर पिछले दिनों पार्टी में शामिल हुए हटिया विधायक नवीन जायसवाल और बहरागोडा विधायक समीर महांती ने भी खुद को क्वारंटाइन कर लिया है.