दिल्ली में कोरोना संक्रमण से स्थिति भयावह, राजधानी में औसत मृत्यु दर राष्ट्रीय मृत्यु दर से अधिक
By अनुराग आनंद | Published: November 22, 2020 05:38 PM2020-11-22T17:38:45+5:302020-11-22T17:43:21+5:30
विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से मौत के अधिक मामलों के लिए इलाज के वास्ते शहर में बड़ी संख्या में आने वाले ‘‘गंभीर’’ गैर-निवासी मरीजों, प्रतिकूल मौसम, प्रदूषण आदि को जिम्मेदार ठहराया है।
नयी दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। राजधानी दिल्ली में स्थिति और भी अधिक गंभीर होती जा रही है। आज तक रिपोर्ट की मानें तो देश की 20 फीसदी मौतें अकेले दिल्ली में हो रही हैं। 21 नवंबर को कोरोना से दिल्ली में 111 लोगों की जान गई, जबकि देश में 501 लोगों की मौत हुई।
बता दें कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर का सामना कर रही दिल्ली में इस महामारी से मृत्यु दर 1.58 प्रतिशत है जबकि देश में यह दर 1.48 प्रतिशत है। विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से मौत के अधिक मामलों के लिए इलाज के वास्ते शहर में बड़ी संख्या में आने वाले ‘‘गंभीर’’ गैर-निवासी मरीजों, प्रतिकूल मौसम, प्रदूषण आदि को जिम्मेदार ठहराया है।
राजधानी में इस महामारी से 21 नवम्बर तक 1,759 लोगों की मौत हुई है-
नवंबर के महीने में ही राष्ट्रीय राजधानी में इस महामारी से 21 नवम्बर तक 1,759 लोगों की मौत हो चुकी है और यह लगभग 83 मौत प्रतिदिन है। पिछले 10 दिनों में मौत का आंकड़ा चार बार 100 से अधिक पहुंचा है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को 111 मरीजों, शुक्रवार को 118, बुधवार को 131 और 12 नवम्बर को 104 की मौत हुई है।
सरकारी आंकड़े के अनुसार दिल्ली में औसत मृत्युदर 1.58 प्रतिशत है जोकि राष्ट्रीय मृत्युदर 1.48 प्रतिशत की तुलना में अधिक है। राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा बी एल शेरवाल ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर, सर्दियों में अधिक मौतें होती हैं। यह एक बड़ा अंतर है जिसे हमने कोविड-19 से मौत के मामले में भी देखा है।’’
कोरोना संक्रमण त्योहार के मौसम में तेजी से बुजुर्गों के बीच फैल गया है-
उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के कारण जिन लोगों की मौत हुई है उनमें से 70 प्रतिशत बुजुर्ग या गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे।’’ डॉ. शेरवाल ने कहा कि लॉकडाउन हटाये जाने से पहले ज्यादातर युवा संक्रमित हो रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘वायरस प्रतिबंधों में ढील देने के कारण और त्योहार के मौसम में तेजी से बुजुर्गों के बीच फैल गया है।’’
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के पूर्व महानिदेशक एन के गांगुली ने कहा कि शुरुआती महीनों की तुलना में मौत के मामलों का आंकड़ा बेहतर ढ़ंग से जुटाया जा रहा है। हाल ही में, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से थोड़ी अधिक है।
(एजेंसी इनपुट)